मानसिक मंदित महिला की प्रसव के बाद मौत
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बाराबंकी : मानसिक रोगी एक महिला की प्रसव के बाद मौत हो गई। नवजात बालिका शिशु स्वस्थ है। गांव की आशा कार्यकर्ता उसकी देखभाल कर रही है। महिला की मौत के बाद अब पुलिस उसकी पहचान के लिए सक्रिय हुई है।
थाना मोहम्मदपुर खाला के ग्राम चंद्र सिहाली में करीब छह माह पहले कहीं से भटक कर आई मानसिक रोगी करीब 25 वर्षीय महिला ने अपना नाम गीता बताया। इसके आगे वह कुछ नहीं बताती थी। गुमशुम सी रहती थी। जो कोई कुछ देता वह खा लेती। गांव के बुजुर्ग रामचंद्र ने उसे अपने घर पर शरण दी। कुछ दिन बाद उसका पेट भारी होने लगा तो गांव की आशा कार्यकर्ता कुसमा देवी ने जांच कराने के बाद गर्भवती महिलाओं को लगने वाले सभी टीके लगवाए। उसके गर्भवती होने की जानकारी के बाद गांव का हर कोई उसके प्रति हमदर्दी दिखाने लगा मगर उसके बारे में पुलिस व अन्य किसी समक्ष अधिकारी को सूचना देने की जरूरत ग्रामीणों ने नहीं समझी।
बुधवार की सुबह उसने घर ही एक बालिका को जन्म दिया मगर नाल न निकलने पर आशा कार्यकर्ता अपने पति योगेंद्र की मदद से एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज लेकर पहुंचे। सीएचसी पर स्टाफ नर्स ने डॉ. गौरव पांडेय की मौजूदगी में उसे देखा। नाल फंस जाने की बात कहकर जिला महिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। डॉक्टर ने पुलिस को सूचित किया। दारोगा राजकिशोर मौके पर पहुंचे। एंबुलेंस सीएचसी से निकलकर कुछ ही दूर आगे बढ़ी थी कि गीता ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। ------------------------
महिला जिसके यहां रह रही थी उसी ने भर्ती कराया था। गर्भवती होने के बाद उसे खून की कमी थी। शव का पोस्टमार्टम इसलिए कराया जा रहा है कि ताकि मौत का सही कारण पता चल सके। उन्होंने कहा कि महिला के परिवारीजन के बारे में भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी ताकि उसकी नवजात बालिका को उनके हवाले किया जा सके।
-आरएस गौतम, अपर पुलिस अधीक्षक, बाराबंकी।