बिना निविदा बजट हो रहा पार, मलाई काट रहे ठेकेदार
टुकड़ों में निर्माण कराकर बजट डकारने का खेल लागत बताने से गुरेज कर रहे जिम्मेदार
बलरामपुर : जिले के परिवहन निगम का खेल निराला है। अव्यवस्थाओं की मार झेल रहे रोडवेज परिसर में दिव्यांगों के लिए कमोड शौचालय, रैंप व एआरएम कक्ष का निर्माण कराया जा रहा है। लाखों की लागत से हो रहे निर्माण कार्य की निविदा नहीं कराई गई है। आंतरिक व्यवस्था से हो रहे कार्य में मानकों की खूब धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। पीली ईंट व राप्ती नदी के बालू का उपयोग कर अफसर व ठेकेदार सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे हैं। इससे कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होना तय है। यही नहीं, केंद्र सरकार के निर्देश पर कार्य होने का हवाला देकर अफसर टुकड़ों में कार्य कराने की बात कह रहे हैं।
नगर के सिविल लाइंस मुहल्ला में स्थित रोडवेज बस स्टेशन में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। रोजाना यहां से हजारों यात्री, गोंडा, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली, अयोध्या, प्रयागराज, गोरखपुर का सफर करते हैं। इन सबके बावजूद यात्री सुविधाएं न के बराबर हैं। यूरीनल में गंदगी का अंबार होने से लोग जाने से कतराते हैं। पुराने सामुदायिक शौचालय में भी गंदगी का साम्राज्य है। यात्री प्रतीक्षालय की बेंच, वाटर कूलर क्षतिग्रस्त है। दिव्यांगों की सुविधा के लिए यहां रैंप व कमोड शौचालय का निर्माण शुरू किया गया है। साथ ही एआरएम कक्ष व शेड भी बनाया जाएगा। शौचालय के निर्माण में राप्ती नदी का महीन बालू व पीले मानक विहीन ईट का प्रयोग किया जा रहा है। बताते हैं कि निर्माण कार्य का जिम्मा पहले जिस ठेकेदार को मिला था, उसने मना कर दिया। इसके बाद मनमाने तरीके से दूसरे ठेकेदार से कम कराया जा रहा है। कार्य की अनुमानित लागत बताने में भी अफसर गुरेज कर रहे हैं। अधोमानक निर्माण पूरा कराकर मनमाना बजट डकारने की फिराक में हैं।
अभी लागत का पता नहीं :
- सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक विश्राम का कहना है कि जेई पहले शौचालय का निर्माण कराएंगे। इसके बाद रैंप, एमआर कक्ष व शेड बनाया जाएगा। सभी कार्य अलग-अलग एक लाख के अंदर ही होंगे। यह आंतरिक व्यवस्था से कराया जा रहा है।