बिना स्वेटर पहने आए नौनिहाल, जूता-मोजा भी नहीं
247589 छात्र-छात्राओं को जूता-मोजा देने का दावा स्वेटर वितरण की अफसरों ने न परखी हकीकत
बलरामपुर : दस माह बाद परिषदीय स्कूलों में शिक्षण शुरू हो गया है, लेकिन अव्यवस्थाएं बदस्तूर जारी हैं। कोरोना महामारी की मार से बंद पठन-पाठन के बीच मनमाने ढंग से ड्रेस व स्वेटर की आपूर्ति जैसे-तैसे कर दी गई। बावजूद इसके अधिकांश विद्यालयों में बच्चे बिना स्वेटर व यूनिफार्म के पढ़ने को मजबूर हैं। आलम यह है कि अब तक जूता-मोजा भी नसीब नहीं हुआ है। यह हाल तब है, जब अधिकारी स्कूल के कार्यक्रमों में शिरकत तो करते हैं, लेकिन उनकी नजर बदहाली पर नहीं पड़ती।
ऐसा दिखा स्कूलों का नजारा :
- शिक्षा क्षेत्र शिवपुरा के उच्च प्राथमिक विद्यालय लालपुर तराई में सोमवार को पंजीकृत 167 में से 90 बच्चे उपस्थित मिले। प्रधानाध्यापक मणिराम तिवारी ने बताया कि अभी स्वेटर न मिलने से बच्चों को वितरित नहीं हो सका है। एक बार किताबें आई थीं। सभी किताबें व जूता-मोजा नहीं मिल सका है।
कंपोजिट विद्यालय सुगानगर लहेरी के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि स्वेटर मिला था, लेकिन साइज छोटा होने के कारण बच्चों को नहीं बांटा जा सका। जूता-मोजा नहीं मिल सका है। शिक्षा क्षेत्र रेहराबाजार के उच्च प्रावि रेहराबाजार में कक्षा छह में नामांकित 12 में से चार बच्चे मौजूद थे। इनमें से एक छात्र महेश कुमार ड्रेस पहन कर नहीं आया था। बताया कि ड्रेस गंदी थी, इसलिए पहन कर नहीं आया। प्रधानाध्यापक ललिता पांडेय ने बताया कि सभी छात्र-छात्राओं को ड्रेस पहनकर आने को कहा जाता है।
90 प्रतिशत जूता-मोजा वितरण का दावा :
- जिले के 1836, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में 2,47,589 छात्र-छात्राओं को जूता-मोजा वितरित किया जाना है। सत्यापन के बाद 90 प्रतिशत जूता-मोजा वितरित होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही इन स्कूलों में 2,71,447 बच्चों को बैग बांटा जाना है। इनमें से 50 प्रतिशत बच्चों को बैग बांटने की बात अफसर कह रहे हैं। जिला समन्वयक निरंकार पांडेय का कहना है कि 2,47,589 बच्चों को शिक्षण कार्य बंद होने के दौरान ही ड्रेस व स्वेटर की आपूर्ति कराई जा चुकी है।
तलब की जाएगी रिपोर्ट :
- बीएसए डॉ. रामचंद्र का कहना है कि स्कूलों में जूता-मोजा, स्वेटर व ड्रेस वितरण की जांच कराई जाएगी। वितरण की प्रगति के बारे में खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की जाएगी। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।