ये कैसी चली बयार, रिश्ते हो रहे तार-तार
रमन मिश्र, बलरामपुर केस एक : 23 अप्रैल। नगर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला बलुहा निवासी नफीस ने
रमन मिश्र, बलरामपुर
केस एक : 23 अप्रैल। नगर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला बलुहा निवासी नफीस ने अपने बड़े भाई मुहम्मद शफीक की गोली मारकर हत्या कर दी। इस वारदात के पीछे जमीनी विवाद को कारण बताया जा रहा है। जमीन के विवाद में जहां बड़े भाई को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। वहीं छोटे भाई को अब जेल की सलाखों के पीछे जाना होगा।
केस दो : 15 अप्रैल। गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत जानकीनगर के मजरे सिसहना निवासी सगे भाई सत्यप्रकाश मिश्र (50) व देवप्रकाश मिश्र (48) पुत्रगण रामनरायण के मिश्र के बीच खेत की मेड़ काटने को लेकर विवाद हो गया। दोनों के बीच हुई मारपीट के दौरान सत्यप्रकाश की मौत हो गई। जिस पर मृतक की बेटी रंजना मिश्रा ने अपने चाचा पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
केस तीन : 12 अप्रैल। महराजगंज तराई थाना क्षेत्र के गहिरवा गांव निवासी विवेक तिवारी ने अपनी पत्नी रेनू तिवारी (35) की गोली मारकर हत्य कर दी। मृतका के पिता ने गैंसड़ी कोतवाली क्षेत्र के प्रेमनगर निवासी धर्मराज मिश्र ने दामाद व उसके मां-बाप के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। बेरहम पति के इस कृत्य से दो वर्षीय मासूम बेचू समेत छह बच्चों से मां के ममता की छांव छिन गई।
रिश्तों को तार-तार करने की ये घटनाएं तो महज बानगी भर हैं। जिले में करीब दस ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जिसने खून के रिश्तों के साथ-साथ मानवता का भी गला घोंट दिया है। जमीन व खेत का मामूली विवाद तो कहीं पति-पत्नी के संबंधों में आई गलतफहमी ने परिवारों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। आपसी मनमुटाव व मिल-बैठकर सुलझाए जाने मसलों में भी लोग हत्या जैसा जघन्य अपराध करने में गुरेज नहीं करते। जिससे संबंधनों व रिश्तों के मायने ही बदल गए हैं। जानकारों की मानें तो धीरे-धीरे इंसान में उपज रहा असंतोष व नशाखोरी ऐसी वारदातों को बढ़ावा देने का प्रमुख कारण है। जिससे आज भाई-भाई, मां-बेटा, भाई-बहन व पति-पत्नी के मजबूत संबंध भी स्वार्थ की बलि चढ़ते जा रहे हैं।