सीरिया नाले में बह रहा पानी, सूखी राप्ती नहर
एक माह से चल रही राप्ती मुख्य नहर की मरम्मत सूख रही गन्ने की फसल।
संवादसूत्र, तुलसीपुर (बलरामपुर) :
सीरिया नाले में अनवरत बह रहा राप्ती नहर का पानी, खेतों के बीच से गुजरी सूखी नहर मुंह चिढ़ा रही है। गन्ने की फसल सूख रही है। उन्हें पानी की जरूरत है। लोगों को आस थी कि, नहर का लोकार्पण होने के बाद अब खेतों को नहर का पानी मिलने लगेगा। सिचाई की समस्या खत्म होगी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। नहर का पानी नैकिनिया मुख्य नहर तक आता है। उसके बाद उसे सिरिया नाले में मोड़ दिया गया है। लाखों गैलन पानी बहकर बर्बाद हो रहा है। मुख्य नहर से शाखा नहरों में अब तक पानी नहीं छोड़ा जा सका है। टूटे साइफन की मरम्मत एक माह से चल रहा है।
राप्ती मुख्य नहर में चौथी बार पानी छोड़ने पर 16 मई को साइफन बह गया। उसके मरम्मत के लिए पहले मिट्टी पटाई पर लाखों बहा दिया गया। अब उसका पक्का निर्माण कराया जा रहा है। यदि साइफन टूटने के बाद तुरंत इसका निर्माण शुरू कर दिया जाता तो, अब तक नहर में पानी आ जाता। खेतों की प्यास खत्म हो जाती। मुख्य नहर में ही अब तक विभाग पानी नहीं पहुंचा सका है। किसान रामधीरज कहते हैं कि, मुख्य नहर से खेतों को कोई लाभ नहीं है। क्योंकि ऊंची-ऊंची मुख्य नहर के तटबंध से पानी की सिचाई करना नामुमकिन है। ब्रांच नहर से किसानों को लाभ मिल सकता था, लेकिन उसमें विभाग पानी नहीं पहुंचा सका है। पिछले एक सप्ताह से सीरिया पहाड़ी नाले में नहर का पानी लबालब बह रहा है। किसान सूख रहे गन्ने के खेत तक पानी न पहुंच पाने से मायूस हैं। अधिशासी अभियंता राप्ती नहर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मरम्मत चल रहा है। शीघ्र ही नहर चालू कर दी जाएगी।