पानी से घिर गए गांव, नहीं हैं नाव
निजी नाव के सहारे डिप पार कर रहे ग्रामीण कागजों पर चल रही प्रशासन की नाव
बलरामपुर :जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से राप्ती नदी व पहाड़ी नाले उफान पर हैं। तराई के गांवों में कमर तक पानी भर चुका हैं। जबकि कई डिपो पर चार फीट से अधिक पानी बहने से आवागमन प्रभावित है। बाढ़ की त्रासदी से निपटने के लिए गांवों में नाव खरीदने का फरमान हर साल पानी में बह जाता है। मानसून की दस्तक हुए दस दिन ही हुए हैं। जिसमें बचाव के इंतजाम की पोल खोल कर रख दी है। गांवों में सिर्फ कागजों में नाव खरीदे गए हैं। जिससे 50 से अधिक गांव टापू बन गए हैं। निजी नाव का सहारा :
-तुलसीपुर मार्ग पर बाढ़ के पानी का बहाव तेज होने से वाहनों का आवागमन प्रभावित है। गौरा चौराहा-तुलसीपुर पर स्थित दतरंगवा, सिघवापुर, भुसैलवा व गौरा डिप पर चार फीट पानी बह रहा है। क्षेत्र के नेवरी, सिघवापुर, भरभरिया, गुलरिहा, सेवरहा, थरूवा-थरूनिया, अंबरनगर, टेंगनहवा, बढ़ईपुरवा समेत 20 से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। यहां सिघवापुर निवासी एक व्यक्ति ने निजी नाव लगाई है। ग्रामीणों ने बताया कि बाइक को पार कराने का 40 व प्रति व्यक्ति 10 रुपये किराया देना पड़ता है। गांवों में कमर तक भरा पानी :
-पहाड़ी नाला खरझार में आई बाढ़ से महराजगंज तराई थाना क्षेत्र के शांतिनगर, रामगढ़ मैटहवा, हरिहरनगर, लहेरी, सहबीनिया, जगरामपुरवा, सुगानगर, साहेब नगर, विजयडीह, बल्दीडीह व दांदव गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। कमर तक पानी में घुसकर ग्रामीण आवागमन को मजबूर हैं, लेकिन नाव का इंतजाम नहीं है। कागजों पर चल रही नाव :
-बाढ़ की तैयारियों को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर होने का दावा कर रहा है। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने सभी उपजिलाधिकारियों को आवश्यकतानुसार सभी डिपों पर नाव लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक नाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है। तुलसीपुर क्षेत्र के हरहटा, बरगदही, साखीरेत, बुड़ंतपुर, पूरेछीटन, मिश्रौलिया, वीरपुर (थरूवा), मल्दा व सदर ब्लॉक के कठौवा, कोड़री, कल्याणपुर, कांशीपुर, बेलहा, दतरंगवा लगाने व साहेबनगर डिप पर ट्रैक्टर की व्यवस्था कराने का दावा किया जा रहा है। बोले एडीएम :
-एडीएम अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि बाढ़ संबंधी किसी भी समस्या के लिए कंट्रोल रूम नंबर 05263-232046, 05263-236250 व टोल फ्री नंबर 1077 पर फोन किया जा सकता है। यदि कोई सरकारी नाव पर पैसा मांगता है, तो फौरन शिकायत करें।