राप्ती नदी की कटान से सकते में ग्रामीण, बचाव कार्य शुरू
जासं, बलरामपुर : तीन दिन तक रूक-रूक कर हुई बारिश के बाद राप्ती नदी का भी जलस्तर बढ़ गया था। बारिश बंद होते ही नदी का जलस्तर कम होने लगा। पानी कम होते ही नदी ने टेंगनहिया मानकोट व सरदारगढ़ गांव के पास कटान शुरू हो गई। जिस स्थान पर नदी कटान कर रही है उससे कुछ दूरी पर ही बाढ़खंड कटानरोधी कार्य करा रहा है। कृषि योग्य जमीन काटते हुए नदी की धारा गांव की तरफ बढ़ रही है। इसे देख दोनों गांव के लोग सकते में हैं। कटान की सूचना पर सदर विधायक पल्टूराम ने अधिकारियों के साथ कटान स्थल का जायजा लेकर बचाव कार्य कराने की जानकारी ली।
- सदर ब्लाक के टेंगनहिया मानकोट व सरदारगढ़ गांव के पास नदी हर साल कटान करती है। सरदारगढ़ गांव के पास कटान रोधी कार्य भी कराया गया है। जिस स्थान पर बाढ़ खंड ने बचाव कार्य कराया है। उससे करीब 100 मीटर नीचे नदी कटान कर रही है। सदर विधायक पल्टूराम ने बताया कि बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता के साथ कटान स्थल का निरीक्षण किया गया। ग्रामीणों से मुलाकात कर बचाव कार्य की जानकारी दी गई। तत्काल कटान स्थल पर परक्यू पाइन से धारा ठोकर कम करने का प्रयास किया जा रहा है। अधिशासी अभियंता को ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए बचाव कार्य तेज करने की हिदायत दी गई है। अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड जेके लाल ने बताया कि कटान स्थल पर सीमेंटेड परक्यू पाइन डालने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इससे कटान का प्रभाव कम हो जाएगा।
घरों व आबादी को हो सकता खतरा : कटान स्थल और बचाव कार्य का अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष ने एसडीएम सदर राजेंद्र बहादुर व आपदा सलाहकार सचिन मदान के साथ जायजा लिया। एडीएम ने बताया कि सरदारगढ़ के मजरे मानकोट में राप्ती नदी तेजी से कटान कर रही है। पानी तेजी से नदी के तट पर ठोकर मार रहा है। कटान के चलते आबादी व घरों को खतरा उत्पन्न हो सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार सुबह से नदी के तट का काफी हिस्सा नदी में समा चुका है। गांव को कटान से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई के लिए अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड को सूचित किया गया है।