सेकेंड लीड-महासमर 05 : बड़ी कठिन मतदान केंद्र की डगर, नाव से पहुंचेंगे वोटर
बलरामपुर क्रिटिकल बूथ भरवलिया जाने के लिए नाव से पार करना होता है।
चित्र परिचय : 24 बीएलएम 22
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क्रिटिकल बूथ भरवलिया जाने के लिए नाव से पार करनी होगी नदी, चुनाव के लिए नियुक्त हुए नाविक
-------------- संवादसूत्र, उतरौला (बलरामपुर) :
उतरौला विधानसभा क्षेत्र के गैंड़ासबुजुर्ग स्थित भरवलिया गांव के मतदाताओं के लिए इस बार भी पोलिग पार्टी को नाव से नदी पार करनी होगी। नदी पार करने के बाद लगभग डेढ़ किलोमीटर पैदल चलने के बाद मतदान कर्मी पोलिग स्टेशन पर पहुंचेंगे। राप्ती नदी पर पुल न होने के कारण नदी के उस पार स्थित गांव में स्टेटिक मजिस्ट्रेट के साथ अतिरिक्त पुलिस बल भी मतदान संपन्न होने तक तैनात रहेगा। नंदौरी ग्रामसभा में कुल 2350 मतदाताओं वाले उक्त मजरे में लगभग 1100 मतदाता हैं। इस मतदान केंद्र को क्रिटिकल बूथ की श्रेणी में भी रखा गया है। -चार हजार से अधिक की आबादी वाले इस गांव में पुलिस, स्वास्थ्य, बाल विकास विभाग की टीम को रोज नाव से आना-जाना पड़ता है। ग्रामीणों, छात्र, मजदूर, नौकरीपेशा व रोजमर्रा का सामान खरीदने वालों की दिनचर्या में नाव से आना-जाना शुमार है। शाम को नाविकों के घर चले जाने के बाद आकस्मिक स्थिति में समस्या और भी विकट हो जाती है। ग्रामीण शमशाद, रहीम, मुहम्मद अशफाक, नियाज अहमद बताते हैं कि नदी में बाढ़ आने की स्थिति में जून से सितंबर तक नाव का सफर भी जान जोखिम में डालने जैसा हो जाता है। पीपे का पुल बनवाने की मांग भी ठंडे बस्ते में डाल दी गई है।
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मतदान प्रतिशत हो सकता है प्रभावित :
-नाव से नदी पार करके पोलिग पार्टियां, मजिस्ट्रेट व सुरक्षा बल तो मतदान केंद्र तक पहुंच जाएंगे। वही पुल निर्माण न होने से आहत ग्रामीण अब मतदान से कतराने लगे हैं। वजह, चुनाव के दौरान हर नेता पुल बनवाने का वाद करके वोट लेकर चला जाता है। इसके बाद कोई झांकने तक नहीं आता। यूं तो प्रशासन ग्रामीणों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए लगातार जागरूक कर रहा है। अब नाव पर सवार होकर सरकार चुनने में मतदाता कितनी दिलचस्पी दिखाते हैं, यह तो समय ही बताएगा। बीडीओ सुमित सिंह का कहना है कि पोलिग पार्टी के आने-जाने व आकस्मिक स्थितियों का सामना करने के लिए नाविकों को नियुक्त किया गया है।