खोमचा, ठेला व रिक्शाचालकों का टीकाकरण आज
रजिस्ट्रेशन व स्लाट बुक कराने की नहीं आवश्यकता नगर पालिका प्राथमिक विद्यायल व सिटी मांटेसरी में बनें दो दो विशेष बूथ
बलरामपुर: खोमचा, ठेला व रिक्शा चालकों के लिए सोमवार से स्पेशल बूथ शुरू हो रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। रोडवेज के बगल सिटी मांटेसरी स्कूल में दो बूथ बनाए जाएंगे। यहां सभी वाहन चालकों को टीका लगेगा। नगर पालिका प्राइमरी विद्यालय में दो बूथ बनाए जाएंगे। यहां भी 18 से 44 व 45 से ऊपर आयु वालों के लिए अलग-अलग बूथों पर टीका लगाया जाएगा। प्रत्येक बूथ पर 50-50 लोगों को टीका लगाया जाएगा। खास बात यह है कि इन बूथों पर आने वाले सभी लाभार्थियों को आनलाइन रजिस्ट्रेशन व स्लाट बुकिग कराने की जरूरत नही है। इनका तुरंत रजिस्ट्रेशन कर टीका लगाया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि नगर पालिका के बगल प्राइमरी स्कूल में खोमचा, ठेला व रिक्शा चालकों के लिए स्पेशल बूथ व रोडवेज के बगल सिटी मांटेसरी स्कूल में सभी वाहन चालकों के लिए विशेष टीकाकरण बूथ बनाया गया है। बिना पंजीकरण कराए लोग टीका लगवा सकेंगे। टीकाकरण में किसी तरह दिक्कत आ रही है तो तुरंत सूचित करें। टीके को लेकर जो अफवाह है,वह निराधार है। संक्रमण को शिकस्त देने का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन है।
सात नए संक्रमित, 16 मरीज स्वस्थ
बलरामपुर: कोविड प्रोटोकाल के प्रति लापरवाही के चलते संक्रमण नहीं थम रहा है। रविवार को सात नए पाजिटिव मिले हैं। इनमें सर्वाधिक बलरामपुर के नंदनगर से दो लोग हैं। इनके अलावा वीर विनय चौराहा, चीनी मिल, उतरौला के कोतवाली, तुलसीपुर व गैंड़ास बुजुर्ग के नवडिहवा में एक-एक पाजिटिव मिले हैं।
उधर, संक्रमित चल रहे 16 लोग स्वस्थ हो गए। प्रभारी सीएमओ डा.वीपी सिंह ने बताया कि सातों संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है। उनकी भी सैंपलिग कराई जाएगी। अब तक 7436 पाजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 134 की मृत्यु हो गई। 7232 स्वस्थ हो गए। 70 केस एक्टिव हैं। 58 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसमें सदर तहसील में 27, उतरौला में 18 व तुलसीपुर तहसील क्षेत्र में 13 शामिल हैं। कंटेनमेंट जोन में कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए सभी को जागरूक किया जा रहा है।
444 से घटकर 70 पहुंचे एक्टिव केस:
संक्रमण भले ही थमा नही है लेकिन स्वस्थ होने वालों की रफ्तार बढ़ने व केसों के कम निकलने से स्थिति में काफी सुधार हुआ है। 27 मई को जिले में एक्टिव केसों की संख्या 444 थी, लेकिन अब मात्र 70 बची है। फिर भी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। कोविड प्रोटोकाल के प्रति लापरवाही तीसरी लहर को आमंत्रण दे सकती है।