टूटी थी कंधे की हड्डी, करा दिया हाथ का एक्स-रे
सदर विधायक तक पहुंची शिकायत सीएमएस ने जांच का आश्वासन।
संवादसूत्र, बलरामपुर :
भले ही डिप्टी सीएम से लेकर डीएम तक जिला संयुक्त चिकित्सालय कार्यशैली से नाराज हैं, लेकिन यहां के चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी अपनी कार्यशैली सुधारने को तैयार नहीं हैं। यहां न केवल पीड़ित की आवाज दबा दी जाती है, बल्कि उसे गलत जानकारी देकर बहला भी दिया जाता है। चिकित्सीय परीक्षण कराने आई एक महिला की मारपीट में कंधे की हड्डी टूट गई थी, लेकिन डाक्टर ने हाथ का एक्सरे करा दिया। सदर विधायक ने सीएमएस से शिकायत की, तो उन्होंने जांच टीम गठित करने की बात कही है।
सोनारडीह फरेंदा की जयदेवी पत्नी पारसराम ने बताया कि आठ जून को गांव के ही कुछ लोगों ने उन्हें मारा पीटा था। एक लाठी उनके कंधे पर लगी थी। उन्हें काफी पीड़ा थी। उसी दिन थाना देहात में केस दर्ज कराया। पुलिस ने एक सिपाही के साथ जय देवी को संयुक्त जिला अस्पताल मेडिकल कराने के लिए भेजा। जय देवी के मुताबिक वहां तैनात डा.एनके बाजपेई ने उन्हें एक्स-रे कराने के लिए भेज दिया। रिपोर्ट आई तो पता चला कि हाथ का एक्स-रे हुआ है, जिसमें किसी प्रकार का चोट नहीं पाया गया। कंधे की हड्डी का एक्स-रे ही नहीं कराया गया था। जय देवी का आरोप है कि चिकित्सक ने विपक्षियों से 10 हजार रुपए वसूल लिए थे। नौ जून को जय देवी ने जिला मेमोरियल चिकित्सालय में एक्सरे कराया, जिसमें कंधे की हड्डी चटकी मिली। संदेह होने पर चिकित्सक ने बाहर से एक्स-रे कराया तो उसमें भी हड्डी चटकी मिली। परिवारजन ने सदर विधायक पलटूराम से शिकायत की। उन्होंने संयुक्त जिला चिकित्सालय के सीएमएस प्रवीण कुमार को तलब कर प्रकरण से अवगत कराया। कहा कि अस्पताल से फर्जी जांच रिपोर्ट देने का मामला गंभीर है। सीएमएस ने उन्हें आश्वासन दिया कि टीम बनाकर जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी। डा.एनके बाजपेई ने बताया कि पीड़ित ने जहां दर्द बताया था, वहां एक्सरे कराने की की सलाह दी गई थी। एक्स-रे करने वालों से भी गलती हो सकती है। विपक्षी से पैसा लेने का आरोप निराधार है।