दवाओं के साथ बचाव का ज्ञान,ताकि कोरोना से मिले अभयदान
महामारी से बचाव के लिए जुटी स्वास्थ्य टीमेंआसपास के औषधीय पौधों के बता रही फायदे
बलरामपुर : समूचा विश्व कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं। भारत में कोरोना संक्रमितों के बढ़ने से स्वास्थ्य महकमा भी चितित है। इससे निपटने के लिए कवायद की जा रही है। कोविड-19 के लक्षण व बचाव का प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिला क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. द्विग्विजयनाथ की अगुवाई में स्वास्थ्य कर्मियों की 24 टीमें पॉजिटिव जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आए पॉजिटिव मरीजों व उनके संपर्क में आए संदिग्धों को लोहासव, अणु तेल, हरितिकी रसायन सहित अन्य आयुर्वेदिक दवाएं बांट रही हैं। यहीं नहीं उन्हें आसपास के औषधीय पौधों की पहचान कराकर उनसे विशेष काढ़ा बनाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का तरीका बता रहे हैं। 1200 लोगों को बांट चुके हैं टॉनिक : जिले में 24 राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीम बनाई गई। जो कंटेनमेंट जोन में जाकर लोगों को आयुष 64, अणु तेल, हरितिकी रसायन व लोहासव सहित अन्य दवाओं का वितरण कर रहे है। डॉ. मोहम्मद रफीक, राजेन्द्र मणि त्रिपाठी, अजय मिश्र सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से अब तक 24 टीमों के माध्यम से अब तक करीब 1200 लोगों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की टॉनिक सहित अन्य दवाएं दी जा चुकी हैं।
सिखा रहे काढ़ा बनाने का तरीका :
-जिला क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. दिग्विजयनाथ ने बताया कि स्वास्थ्य टीमें प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही लोगों को औषधीय काढ़ा बनाने का तरीका भी सिखा रही हैं। लौंग, अदरक, तुलसी की पत्ती,,दालचीनी, काली मिर्च, गिलोय से तैयार काढ़ा बनाने व उसे सुबह-शाम प्रयोग करने से काफी राहत मिलती है। इससे न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। बल्कि शरीर में अलग शक्ति का भी विकास होगा।