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बारिश से पहाड़ी नाले उफनाए, ठहरा राप्ती का जलस्तर

दतरंगवा व सिघवापुर डिप पर बह रहा चार फीट पानी बाढ़ का पानी निकलने के बाद बीमारी की बढ़ी आशंका

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 11:07 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 06:05 AM (IST)
बारिश से पहाड़ी नाले उफनाए, ठहरा राप्ती का जलस्तर
बारिश से पहाड़ी नाले उफनाए, ठहरा राप्ती का जलस्तर

बलरामपुर :जिले में लगातार हो रही बारिश से पहाड़ी नालों में उफान है। जिससे तटवर्ती गांव के लोगों को बाढ़ की चिता सताने लगी है। हालांकि राप्ती नदी चेतावनी बिदु 103.620 से 53 सेंटीमीटर नीचे 103.790 मीटर पर बह रही है। नदी का जलस्तर ठहरा हुआ है, लेकिन तट पर बसे गांव के लोगों की बेचैनी बढ़ गई है। मौसम विज्ञानी की मानें तो दो दिन लगातार बारिश हुई, तो नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगेगा। गौरा-तुलसीपुर मार्ग स्थित दतरंगवा व सिघवापुर डिप पर चार फीट पानी बह रहा है। जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित है। गांवों में नहीं हुआ दवा छिड़काव :

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-पहाड़ी नाला हेंगहा में आई बाढ़ से क्षेत्र के मदारगढ़ गांव में पानी भर गया है। जिससे आवागमन प्रभावित है। महराजगंज तराई क्षेत्र के खरझार नाले में आई बाढ़ का पानी निकलने के बाद शांतिनगर, रामगढ़ मैटहवा, हरिहरनगर, लहेरी, सहबीनिया, जगरामपुरवा, सुगानगर, साहेब नगर, विजयडीह, बल्दीडीह व दांदव गांवों में कीचड़ व गंदगी की भरमार है। ग्रामीण संजय कुमार, हृदय राम, अवधेश कुमार, अब्दुल सलाम का कहना है कि दवा का छिड़काव नहीं कराया गया है। जिससे गांवों में संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। खरझार नाला की बाढ़ से हर साल बर्बादी होती है, लेकिन कोई ठोस कार्य नहीं किया जाता है।

बोले एडीएम :-अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि बाढ़ की आशंका को देखते हुए पूरी तैयार कर ली गई है। एसडीआरएफ व जल पीएसी जिले में मुस्तैद है।


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