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पत्रकार हत्याकांड में पुलिस पर सवाल, एसआइटी जांच की मांग

विश्व हिदू महासंघ व क्रांतिकारी विचार मंच में घटना से उबाल पुलिसिया कहानी पर नहीं विश्वास

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 11:07 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 11:07 PM (IST)
पत्रकार हत्याकांड में पुलिस पर सवाल, एसआइटी जांच की मांग
पत्रकार हत्याकांड में पुलिस पर सवाल, एसआइटी जांच की मांग

बलरामपुर : पत्रकार हत्याकांड का राजफाश कर पुलिस भले ही मामले का पटाक्षेप करना चाहती हो, लेकिन हिदू संगठनों ने सवाल उठाते हुए एसआइटी जांच की मांग की है। राजफाश में पुलिस ने दीवार गिरने का कारण धक्का लगना बताया, जो लोगों को हजम नहीं हो रहा है। विश्व हिदू महासंघ व क्रांतिकारी विचार मंच ने मुख्यमंत्री से पत्रकार के साथ मारे गए विश्व हिदू महासंघ के नगर उपाध्यक्ष पिटू की पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की है।

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विश्व हिदू महासंघ के जिलाध्यक्ष गंगा शर्मा व क्रांतिकारी विचार मंच के महामंत्री डॉ. तुलसीश दुबे की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन भूलेख अधिकारी राजेश श्रीवास्तव को सौंपा। ज्ञापन में कहाकि विशुनीपुर निवासी मिथिलेश कुमार साहू उर्फ पिटू साहू संगठन का नगर वरिष्ठ उपाध्यक्ष था। उसके मित्र पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक के घर पर उसे जलाकर मार डाला गया। पुलिस ने घटना के राजफाश का दावा किया है, लेकिन उसकी कहानी गले नहीं उतर रही है। इसलिए संगठन एसआइटी जांच की मांग करता है। क्रांतिकारी विचार मंच के संयोजक हरिवंश सिंह ने कहाकि मिथिलेश साहू डीजे बजाकर किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करता था। परिवार के भविष्य के लिए मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। सुंदरबाबू सिंह, आनंद गुप्त, जय नारायन शर्मा, अंबरीष शुक्ल, रजत प्रकाश पांडेय, राजीव सोनी, डॉ. राकेश चंद्र श्रीवास्तव, अभिषेक गुप्त मौजूद रहे।

खटक रही पुलिस की कहानी :

-राकेश व पिटू के ऊपर एल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर डालकर आग लगाने की बात कहते हुए पुलिस ने सोमवार को घटना का राजफाश किया था। आरोपित केशवानंद मिश्र उर्फ रिकू, ललित मिश्र व अकरम को जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक कमरे की बाहरी दीवार संभवत: खुद को बचाने के प्रयास में धक्का लगने से गिरी है। आग की लपटों में झुलसे राकेश का शरीर क्या इस हालत में था, जो उसके धक्के से पक्की दीवार ढह जाए। यह सवाल लोगों की जेहन में कौंध रहा है। यही नहीं, मृत्यु के पूर्व राकेश ने देहात कोतवाली पुलिस पर भी आरोप लगाए थे, लेकिन विवेचना के दौरान इस पहलू को दबा दिया गया। एसपी देवरंजन वर्मा का कहना है कि सभी पहलुओं को खंगाला जा रहा है। विस्फोट की पुष्टि नहीं हो रही है।


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