चावल मिल के भरोसे क्रय एजेंसियां, भुगतान पाने को किसान परेशान
पीसीएफ व खाद्य विपणन विभाग पर 10 करोड़ 43 लाख 18 हजार रुपये बकाया 1129 किसान लगा रहे चक्कर
बलरामपुर :धान बिक्री करने वाले किसानों को भुगतान करने के लिए क्रय एजेंसियों ने नया बहाना खोज लिया है। केंद्र से धान की उठान कर चावल तैयार कर एफसीआइ को आपूर्ति करने में सुस्ती से किसानों का बकाया बढ़ने का कारण बताया जा रहा है। दोनों क्रय एजेंसियों पर 1129 किसानों का 10 करोड़ 43 लाख 18 हजार रुपये की देनदारी है। किसान पैसा पाने के लिए क्रय केंद्र और बैंक का चक्कर लगा रहे हैं। ऐसे में 72 घंटे के भीतर भुगतान का फरमान यहां बेअसर साबित हो रहा है। बालपुर के इंद्रजीत सिंह ने बताया कि मंडी समिति केंद्र पर 27 नवंबर को धान बेचा था, लेकिन अभी पैसा नहीं मिला है।
जिले में 29 केंद्रों पर धान खरीद की जा रही है। बिना पंजीकरण वाले किसानों से धान की खरीद नहीं की जाती है। खाद्य विपणन विभाग ने छह केंद्रों पर 976 किसानों से अब तक 3791.55 मीट्रिक टन धान खरीद की है। इसके सापेक्ष 575.75 लाख रुपये भुगतान का दावा किया जा रहा है। अभी 162 किसानों का एक करोड़ 32 लाख 51 हजार रुपये बकाया है। इसी तरह पीसीएफ ने 23 केंद्रों पर 13619.52 एमटी धान 2570 किसानों से खरीद की है। 967 किसानों का नौ करोड़ 10 लाख 67 हजार रुपये बकाया है। अब तक कुल 2570 किसानों से खरीद की गई है। पीसीएफ प्रबंधक जेएल दोहरे का कहना है कि मिलर्स चावल की आपूर्ति जितनी जल्दी एफसीआइ को करेंगे। एफसीआइ से मिलने वाली धनराशि किसानों को दी जाएगी। मिलर्स चावल देने में सुस्ती कर रहे हैं।
भुगतान में तेजी लाने का निर्देश :
-अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि क्रय एजेंसियों को भुगतान में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। चावल मिलर्स के साथ बैठक कर आपूर्ति में तेजी लाने का प्रयास किया जाएगा।