हर दूसरे दिन निकल रहा एक एड्स पीड़ित, संख्या 1500 के पार
तुलसीपुर व उतरौला में सर्वाधिक मरीज 11 गर्भवती संक्रमित लोग छिपा रहे रोग
बलरामपुर : जागरूकता का अभाव कहें या कुछ और, लेकिन यह कड़वा सच है। जिले में हर दूसरे दिन एक एड्स पीड़ित निकल रहा है। दस माह में 150 से अधिक पीड़ित निकल चुके हैं। यह आंकड़ें और भी बढ़ सकते हैं जो रोग की खतरनाक स्थिति की ओर इशारा कर रहे हैं। कारण, लोग अब भी इसे जाहिर कर इलाज कराने के बजाय छिपा रहे हैं। हालांकि इलाज शुरू होने के बाद इस जानलेवा मर्ज से पीड़ित भी सामान्य जिदगी गुजार रहे हैं। फिर भी लोग शर्म के चलते इसे बताने में घबरा रहे हैं। मेमोरियल अस्पताल स्थित एआरटी सेंटर के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में अब तक 1519 मरीज मिल चुके हैं। इन मरीजों में सर्वाधिक पीड़ित तुलसीपुर व उतरौला तहसील क्षेत्र के लोग हैं।
मार्च से अब तक 11 गर्भवती संक्रमित :-हर सीएचसी,पीएचसी पर एचआइवी जांच की जाती है। पीपीटीसी (प्रीवेंशन ऑफ पेरेन्ट्स टू चाइल्ड) के तहत हुई जांचों में नौ गर्भवती संक्रमित मिली हैं। मार्च में एक,अप्रैल में एक,मई में दो,जुलाई में एक, अगस्त में तीन, अक्टूबर में एक, नवंबर में दो गर्भवती संक्रमित मिली। इनमें से कुछ महिलाएं पुरानी मरीज हैं जो गर्भवती हुई हैं।
घर पहुंचाई दवाएं :
जिले के मेमोरियल अस्पताल में एआरटी (एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी) सेंटर में 1519 मरीजों का निश्शुल्क इलाज व दवाएं दी जा रही हैं। सीएमएस डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि एआरटी सेंटर की हेल्पलाइन 8090669259 पर कोई भी पीड़ित काउंसलर उमंग श्रीवास्तव से मदद ले सकता है। लॉकडाउन में जो मरीज नहीं आ पा रहे थे, उनके घर दवाएं पहुंचाई गईं। चिकित्सा अधिकारी डॉ.ऋषि श्रीवास्तव ने बताया कि इलाज से अधिकांश मरीज सामान्य जीवन जी रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वह छिपाने की जगह उसकी जांच व इलाज कराएं।