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बीएसएनएल ने दिया धोखा, 28 घंटे परेशान हुए उपभोक्ता

संवादसूत्र, बलरामपुर : जिले में बीएसएनएल उपभोक्ताओं का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन नेटवर्क बाधित हो जाने से मोबाइल खिलौना बनकर रह जाते हैं। ब्राडबैंड सेवाएं ध्वस्त होने से सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित होने के साथ व्यापारियों को हलकान होना पड़ता है। दूरसंचार विभाग सड़क चौड़ीकरण में केबल कटने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है। बुधवार को उतरौला-गोंडा मार्ग पर ऑप्टिकल फाइबर केबल कटने से करीब दोपहर एक बजे से बीएसएनएल सेवाएं बाधित रहीं। 2

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 11:30 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 11:30 PM (IST)
बीएसएनएल ने दिया धोखा, 28 घंटे परेशान हुए उपभोक्ता
बीएसएनएल ने दिया धोखा, 28 घंटे परेशान हुए उपभोक्ता

बलरामपुर : जिले में बीएसएनएल उपभोक्ताओं का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन नेटवर्क बाधित हो जाने से मोबाइल खिलौना बनकर रह जाते हैं। ब्राडबैंड सेवाएं ध्वस्त होने से सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित होने के साथ व्यापारियों को हलकान होना पड़ता है। दूरसंचार विभाग सड़क चौड़ीकरण में केबल कटने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेता है। बुधवार को उतरौला-गोंडा मार्ग पर ऑप्टिकल फाइबर केबल कटने से करीब दोपहर एक बजे से बीएसएनएल सेवाएं बाधित रहीं। 28 घंटे बाद गुरुवार को शाम करीब पांच बजे बहाल होने पर स्थिति सामान्य हो सकी। बीएसएनएल के जेटीओ शरद यादव ने बताया कि ओएफसी केबल कटने से नेटवर्क बाधित हुआ था। जिसे ठीक कराने में समय लग गया। बंद रहे अफसरों के सीयूजी नंबर :

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-बीएसएनएल का नेटवर्क गायब हो जाने से जिले के आला अधिकारियों व थाना प्रभारियों के सीयूजी मोबाइल नंबर पहुंच से बाहर बताने लगे। जिससे योजनाओं की जानकारी लेने समेत शिकायत दर्ज कराने वाले फरियादियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सिविल लाइन निवासी श्याम श्रीवास्तव ने बताया कि उसे एकमुश्त समाधान योजना के बारे में जानकारी चाहिए थी। बिजली विभाग के अफसरों को कई बार फोन लगाया, लेकिन नंबर पहुंच के बाहर बताता रहा। करते रहे नेटवर्क का इंतजार :

-नेटवर्क बाधित होने से बीएसएनएल उपभोक्ताओं के मोबाइल खिलौना बनकर रह गए। लोगों का संपर्क एक-दूसरे से कट गया। अमित कुमार, रवि तिवारी, मनोज ने बताया कि दो दिन से बार-बार मोबाइल का स्क्रीन देख रहे हैं, लेकिन नेटवर्क का सिग्नल गायब है। वहीं ब्राडबैंड सेवा बंद होने से बीएसए कार्यालय, ¨सचाई विभाग के खंडीय कार्यालयों, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय व नगर पालिका परिषद कार्यालयों में कर्मचारी वैकल्पिक व्यवस्था के सहारे कामकाज निपटाने को मजबूर हुए। जूझते रहे खाताधारक :

-नेटवर्क बाधित होने का असर बैंकों व डाकघर में भी साफ दिखा। जहां खाताधारक पैसे के लेनदेन के लिए काउंटर पर जूझते दिखे। पोस्टमास्टर अनिल कुमार ने बताया कि बीएसएनएल का नेटवर्क गायब होने से वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। जिससे काम सुस्त रफ्तार से किसी तरह निपटाया जा रहा है।


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