सड़क पर पड़ा रहा शव, डिप्टी सीएमओ पर लापरवाही का आरोप
सहारा नर्सिग होम में चल रहा प्रेक्टिस का खेल संवेदनहीनता की पार की हद
बलरामपुर : नगर स्थित सहारा नर्सिंग होम में भर्ती मरीज की जान उप मुख्य चिकित्साधिकारी की लापरवाही से चली गई। अस्पताल के बाहर बुजुर्ग का शव घंटे भर पड़ा रहा, लेकिन कोई झांकने तक नहीं आया। परिवारजन ने डिप्टी सीएमओ डॉ.एके सिघल और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के पाला जोत निवासी कृष्ण कुमार गुप्त ने बताया कि उसके पिता श्याम सुंदर गुप्ता को शनिवार को उलझन महसूस हुई तो सहारा नर्सिंग होम पहुंचे। जहां डिप्टी सीएमओ ने भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया। रात में दवा देने के बाद रविवार को हालत बिगड़ गई। कई बार सूचना दी, लेकिन वह नहीं आए। इस दौरान अस्पताल के कर्मियों ने अभद्रता करते हुए रेफर की कार्रवाई शुरू कर दी। इसी बीच उसकी मौत हो गई। कहा कि इलाज के नाम पर डिप्टी सीएमओ ने दस हजार रुपये से अधिक वसूल लिए, लेकिन फिर भी इलाज में लापरवाही बरती। इससे उसके पिता की मौत हो गई। मौजूद अन्य मरीजों ने बताया कि कई सरकारी डॉक्टर सहारा नर्सिंग होम में इलाज करते हैं। हालत बिगड़ने पर हाथ खड़े कर देते हैं। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.एके सिघल के नंबर पर संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। नर्सिंग होम प्रशासक विपिन अरोरा का कहना है कि वहां कोई सरकारी डॉक्टर नहीं बैठता है।
शिकायत होगी तो कराएंगे जांच
-सीएमओ डॉ.घनश्याम सिंह का कहना है कि डिप्टी सीएमओ से प्राइवेट प्रैक्टिस के बाबत पहले भी पूछा जा चुका है। शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।