बेटियों को गए भूल, नैपकिन नहीं पहुंचे स्कूल
खंड शिक्षा अधिकारियों ने सेनेटरी पैड मंगवाना मुनासिब नहीं समझा। जबकि स्वास्थ्य महकमा बेसिक शिक्षा विभाग को सेनेटरी नैपकिन की आपूर्ति का दावा कर रहा है।
बलरामपुर : बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भले ही सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद कर रही हो, लेकिन जिले का शिक्षा महकमा इसे लेकर जरा भी संजीदा नहीं है। जिले के 646 उच्च प्राथमिक स्कूलों में सेनेटरी नैपकिन का वितरण करीब दो साल से नहीं हो सका है। खंड शिक्षा अधिकारियों ने सेनेटरी पैड मंगवाना भी मुनासिब नहीं समझा। जबकि स्वास्थ्य महकमा बेसिक शिक्षा विभाग को सेनेटरी नैपकिन की आपूर्ति का दावा कर रहा है।
सदर शिक्षा क्षेत्र के आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रजिया खातून ने बताया कि दो साल से पैड नहीं मिले। पचपेड़वा के उच्च प्रावि जंगीपुरवा के प्रधानाध्यापक नवीन सिंह का कहना है कि पिछले वर्ष छात्राओं को नैपकिन बांटी गई थी। इस सत्र में नहीं मिला है। शिवपुरा में संचालित 82 उच्च प्राथमिक स्कूलों में चालू सत्र में नैपकिन मुहैया नहीं हो सकी है।
यहां नहीं पहुंची नैपकिन
गैंसड़ी ब्लॉक के एडीओ पंचायत मोहम्मद मसूदुल हक सिद्दीकी ने बताया कि सेनेटरी पैड के बारे में कोई जानकारी नहीं है। रेहराबाजार ब्लॉक के एडीओ पंचायत सुरेश चौधरी का कहना है कि अब तक स्वास्थ्य विभाग से नैपकिन की आपूर्ति नहीं की हुई है। यही हाल सदर, तुलसीपुर, उतरौला, गैंड़ासबुजुर्ग, श्रीदत्तगंज व पचपेड़वा ब्लॉकों का भी है।
सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह का कहना है कि किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बेसिक शिक्षा विभाग को एक माह पूर्व सेनेटरी नैपकिन आपूर्ति करा दी गई है। उधर बीएसए हरिहर प्रसाद का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट ली जाएगी।