अस्पताल पहुंचे मंत्री वार्डो में गंदगी देख बिफरे, सीएमएस को फटकार
महिला अस्पताल में पंखा लगावाने की हिदायत संयुक्त चिकित्सालय में पान की पीक देख नाराज।
संवादसूत्र, बलरामपुर : वन, पर्यावरण, जंतु एवं उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. अरुण कुमार सक्सेना ने रविवार को जिला संयुक्त चिकित्सालय व जिला महिला अस्पताल औचक निरीक्षण किया। दोनों जगह गंदगी मिलने पर नाराजगी जताते हुए सीएमएस को व्यवस्था में सुधार लाने की हिदायत दी। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. अरुण कुमार सक्सेना शनिवार की देर शाम जिले में पहुंच गए थे। रविवार की सुबह वह महिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने सीधे वार्ड में पहुंचकर सीएमएस से पूछा कि अस्पताल में कितने बेड हैं। इस पर सीएमएस डा. विनीता राय ने कहा कि सिर्फ 30 बेड हैं। 25 प्रसूताएं भर्ती हैं, जिला अस्पताल घोषित होने के बावजूद सुविधाएं सीएचसी स्तर की ही हैं। भवन छोटा व संसाधनों व चिकित्सकों की कमी पर मंत्री ने कहा कि समस्याओं से संबंधित पत्र उन्हें दिया जाए। उसकी प्रतिलिपि स्वास्थ्य निदेशालय भी भेजी जाए। प्रतीक्षालय में पंखा न होने व परिसर में गंदगी मिलने पर नाराजगी जताई। निर्देश दिया कि शुद्ध पेयजल व पंखे की तत्काल व्यवस्था कराएं। संक्रमित कचरों का निस्तारण समय से होना चाहिए। यहां से वह संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंचे। मंत्री ने कहा कि मरीजों से धनउगाही की शिकायतें मिली हैं। भ्रष्ट लोगों को सरकार कोई भी रियायत नहीं देने वाली है। यहां भर्ती बेलहा के शौकत अली व नंदनगर की कुसुमा से हाल पूछा। इलाज बेहतर मिल रहा है, किसी ने पैसा तो नहीं लिया। सर्जिकल एवं इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया। जगह-जगह पान मसाले की पीक देखकर मंत्री काफी नाराज हुए। वार्डों में जाला लगा देख कहा कि ऐसा लगता है कि अस्पताल प्रशासन व्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रहा है। इमरजेंसी गेट पर लगा वाटर टैंक खराब पाया गया। इसमें गंदगी की भरमार थी। तत्काल सही कराने का निर्देश दिया। अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डा. एके यादव ने चिकित्सकों के कमी का मुद्दा उठाया। कहा कि 32 में सिर्फ आठ डाक्टरों की तैनाती है। इस पर मंत्री बोले कि चिकित्सकों की कमी पूरे प्रदेश में है। सीडीओ संजीव कुमार मौर्य, सीएमओ डा. सुशील कुमार, एएसपी नम्रता श्रीवास्तव, प्रभारी सीएमएस डा. एके यादव सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।