निर्माण में लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे बीमार
नहीं हो सका सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कक्ष का निर्माण हेल्थ वेलनेस सेंटरों से लौट रहे मरीज
बलरामपुर :हेल्थ वेलनेस सेंटरों के माध्यम से मरीजों का दर्द दूर करने की कोशिश परवान नहीं चढ़ सकी। सेंटरों पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए कक्ष का निर्माण साल भर बाद भी नहीं पूरा हो सका। 24 से अधिक कक्षों की नीव ही नहीं खोदी जा सकी। जबकि 65 अधूरे हैं। ऐसे में यहां के कम्युनिटी हेल्थ अफसरों को किराए पर रहना पड़ रहा है। उधर आने वाले मरीज सेंटर खाली देख झोलाछाप की शरण में चले जाते हैं। जहां उन्हें जान व माल दोनों से हाथ गंवाना पड़ रहा है। दो साल में भी नहीं पूरे हो पाया कक्ष निर्माण :
-आयुष्मान भारत योजना के तहत वर्ष 2019-20 में 95 हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर सीएचओ (सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी) कक्ष निर्माण की स्वीकृति मिली थी। करीब पांच लाख रुपये से प्रति केंद्र निर्माण होना था। जिसके लिए कार्यदायी संस्था फैक्सपेड को 75 प्रतिशत धनराशि का भुगतान भी कर दिया गया लेकिन साल भर बाद भी इनका निर्माण नहीं पूरा हो सका। वर्ष 2018-19 में 60 हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों पर एक-एक सीएचओ कक्षों का निर्माण शुरू हुआ था, लेकिन 50 का ही निर्माण हो सका। दस आज भी अधूरे हैं। त्वरित इलाज के सपने पर फिर रहा पानी
-हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर सीएचओ कक्ष निर्माण न होने से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। त्वरित इलाज के सपने पर भी पानी फिर रहा है। कारण जब मरीज पहुंचते हैं तो पता चलता है कि सीएचओ कहीं अलग रह रहे हैं। जो अभी नहीं आए है। ऐसे में मरीजों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है। जिम्मेदार के बोल:
-सीएमओ डॉ.घनश्याम सिंह का कहना है कि निर्माण में लापरवाही बरतने वाली संस्था को चेतावनी दी गई है। हर हाल में निर्माण पूरा करा लिया जाएगा।