लीड:: चोक नालियां हर तरफ गंदगी, यह है गदुरहवा दक्षिणी
वार्ड संख्या आठ गदुरहवा दक्षिणी का है। गंदगी से चोक नालियां टूटे रोडक्रास जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर मुहल्ले की पहचान बन गए हैं।
बलरामपुर : नगर की सरकार के चार साल पूरे होने के बाद भी अधिकांश मुहल्लों में अपेक्षित विकास नहीं हो सका है। स्वच्छता के नाम पर नपाप के दावे वहीं कागजी साबित हो जाते हैं, जब मुहल्ले में घुसते ही सामना गंदगी व कूड़े के ढेर से हो। कुछ ऐसा ही हाल नगर के वार्ड संख्या आठ गदुरहवा दक्षिणी का है। गंदगी से चोक नालियां, टूटे रोडक्रास, जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर मुहल्ले की पहचान बन गए हैं। बारिश के दौरान लोगों को कीचड़ व गंदगी से जूझना पड़ता है। कूड़े के नियमित उठान की समस्या बरकरार है। वार्ड के विकास का सच बयां करती श्लोक मिश्र की रिपोर्ट-
-गदुरहवा दक्षिणी मुहल्ले में यूं तो इंटरलाकिग सड़कों का जाल बिछाया गया है, लेकिन समस्याएं बरकरार हैं। मुहल्ले में सबसे बड़ी समस्या चोक नालियों की है। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन बंद होने के कारण गंदगी जहां-तहां बिखरी नजर आती है। टूटे रोडक्रास से अंधेरे में साइकिल सवार फंसकर चोटिल हो जाते हैं। मुहल्ले में बने सामुदायिक शौचालय को अराजक तत्वों ने अपना आवास बना लिया है। गंदगी के बीच लगे हैंडपंप सभासद की संजीदगी को बयां कर रहे हैं। फिर भी मुहल्ले की समस्या दूर करने में नगर पालिका प्रशासन दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है
-मुहल्ले में बनी नालियां सफाई के अभाव में चोक हो गईं हैं। गदंगी के कारण उठने वाली दुर्गंध से लोगों का सांस लेना भी दूभर है। सफाईकर्मी माह में एक बार आकर फर्ज अदायगी कर देता है। गंदगी दूर न होने से मच्छर पनप रहे हैं, जिससे संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है।
-मुन्नू -डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था खत्म हो गई है। मुहल्ले में पर्याप्त कूड़ेदान भी नहीं है। ऐसे में लोग घरों का कूड़ा सड़क किनारे फेंक देते हैं। कई हैंडपंप जमींदोज हो गए हैं। जो हैंडपंप लगे भी हैं, वह गंदगी के कारण दूषित पानी दे रहे हैं। ऐसे में लोग सार्वजनिक हैंडपंप का पानी पीना तो दूर, देखना तक पसंद नहीं करते। -पप्पू
- मुहल्ले में बने सामुदायिक शौचालय पर अवैध रूप से कब्जा कर आवास बना लिया गया है। ऐसे में जिनके घरों में शौचालय नहीं है, वह खुले में जाने को मजबूर हैं। पास में ही लगे हैंडपंप के चारों तरफ गंदा पानी जमा है। चोक नालियों की सफाई के लिए कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। -इम्तियाज
-मुहल्ले की सबसे बड़ी समस्या चोक नालियों की है। बारिश में गंदा पानी सड़क व लोगों के घरों में घुस आता है। सभासद कभी मुहल्ले में झांकने नहीं आते हैं। गंदगी के कारण बीमारियां फैल रहीं हैं। इसके लिए आइजीआरएस पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है। अब तक नगर पालिका प्रशासन ने शिकायत को संज्ञान में नहीं लिया है।
-संजीव कुमार
-गर्ल्स इंटर कालेज चौराहा से उतरौला मार्ग तक हाटमिक्स सड़क बनवाई गई है। मुरलीपुर समेत पूरे गदुरहवा मुहल्ले में पाइपलाइन का कार्य कराया गया। नहर बालागंज मार्ग पर नाला निर्माण चल रहा है। सफाईकर्मियों की कमी से परेशानी हो रही है। कई बार नपाप प्रशासन को सफाईकर्मी बढ़ाने के लिए कहा जा चुका है। नूरी मस्जिद के पास बारिश में पानी घरों में घुस जाता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए बड़े नाला का निर्माण जरूरी है।
-आयशा खातून, सभासद
प्रमुख समस्याएं :
-नालियों की सफाई न होने से गंदा पानी लोगों के घरों में घुसता है।
-सामुदायिक शौचालय में कब्जा होने से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
-कूड़ादान न होने से घरों से निकलने वाला कचरा सड़क किनारे एकत्र होने से दिन-रात दुर्गंध बनी रहती है।
-हैंडपंप खराब होने से लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।
-सड़कें व रोडक्रास टूटा होने से आवागमन में लोगों को असुविधा होती है।
-खाली जमीनों पर पड़े कूड़ों पर मंडराते बेसहारा जानवरों से खतरा बना रहता है।