इंटरसिटी बंद होते ही बढ़ी परेशानी, पुन: होगा संचालन
बस स्टाप व चौराहों भटकते रहे यात्री जनप्रतिनिधियों की संजीदगी लाई रंग
बलरामपुर: जिले की सबसे बेहतर ट्रेन सेवा इंटरसिटी बुधवार से बंद होने के बाद यात्रियों की परेशानी बढ़ गई। वीर विनय चौराहा समेत अन्य स्थानों पर लोग लखनऊ, गोरखपुर समेत अन्य शहरों को जाने के लिए लोग घंटों सवारियां ढूंढते रहे। गंतव्य तक पहुंचने के लिए लोगों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ा। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए राज्यमंत्री व दो विधायकों ने रेलवे महाप्रबंधक से मुलाकात की। जनप्रतिनिधियों की संजीदगी रंग लाई। रेलवे ने अपना फैसला वापस ले लिया। अब इंटरसिटी का नियमित संचालन किया जाएगा।
जिले ही नहीं सिद्धार्थनगर, गोंडा के लोगों की लाइफ लाइन बन चुकी इंटरसिटी एक्सप्रेस के पहिए बुधवार से थम गए। रेलवे ने कोहरे का कारण बताते हुए इसका संचालन तीन माह के लिए रोक दिया है। ट्रेन संख्या 05069 सुबह लखनऊ जाती थी। ट्रेन संख्या 05070 शाम को लौटती थी। इससे जिले के लोग लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर समेत अन्य महानगरों में जाकर अपना दिन भर का कार्य निपटाकर शाम को लौट आते थे। इसका फायदा सबसे अधिक छात्र-छात्राओं, व्यापारियों व नौकरीपेशा लोगों को होता था। इंटरसिटी बंद होने से लोगों में आक्रोश फैल गया।
ट्रेन बंद होने से निराश यात्री वीर विनय चौराहा, आंबेडकर चौराहा पर इकट्ठा होकर तुलसीपुर, गोंडा, लखनऊ व कानपुर जाने के लिए लोग रोडवेज की बसों का घंटों इंतजार करते रहे। वाहन न मिलने से लोगों को जीप, टैक्सी, मैजिक पर सवार होकर जाना पड़ा। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेलवे ने पुन: संचालन की अनुमति दे दी।
राज्यमंत्री व विधायकों की मेहनत का दिखा असर:
यात्रियों की परेशानी का मामला जनप्रतिनिधियों के पास पहुंचा। इस पर राज्यमंत्री पल्टूराम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ल व गैंसड़ी विधायक शैलेस सिंह शैलू ने रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी मुलाकात की। जनप्रतिनिधियों के साथ मौजूद रहे गैंसड़ी ब्लाक प्रमुख शक्ति सिंह व व्यापारी नेता संजय शर्मा ने जीएम को इंटरसिटी बंद होने से उपजी समस्या से अवगत कराया। जीएम ने समस्या से रेलवे बोर्ड को अवगत कराया था। इस पर रेलवे बोर्ड ने संचालन बंद करने का फैसला बदलते हुए पुन: अनुमति दे दी है।