क्रय केंद्रों पर नहीं बिक रहा धान, बिचौलियों के भंवर में किसान
केंद्र 107 कुन्तल खरीदने का कार्य एक किसान से किया गया है । मंशा राम वर्मा ने बताया कि धान की फसल को बेचने कमीशन देने के बाद साहब की जी हजुरी करने के बाद एक माह बाद भुगतान मिलता है ।
बलरामपुर :तराई क्षेत्र में सरकारी धान क्रय केंद्र में धान खरीदने का कार्य हवा में चल रहा है। अफसर धान क्रय केंद्रों का संचालन कागजों में कर रहे हैं। किसान अपनी उपज को औने-पौने दामों में बेचने को मजबूर हैं। क्रय केंद्र ललिया, बंसतपुर, मथुरा बाजार, लालपुर फगुइया व शिवपुरा बाजार में एफसीआइ से संचालित होने का दावा जिम्मेदार अफसर कर रहे हैं। हकीकत यह है कि क्रय केंद्रों पर 30 प्रतिशत हाइब्रिड धान खरीद का हवाला देकर केंद्र से बैरंग वापस लौटा दिया जाता है।
लालपुर फगुइया क्रय केंद्र पर 515 क्विटल धान खरीद हुई है। किसान जनमेजय, गिरजा दयाल व पप्पू का कहना है कि धान बेचने के बाद दूसरी फसल की बोआई करनी है। पैसे के अभाव में बिचौलियों को 1100 से 1200 रुपये प्रति क्विटल में धान बेचना पड़ता है। ²श्य दो : मथुरा बाजार क्रय केंद्र पर 550 क्विटल धान खरीद का दावा किया जा रहा है। किसान पटवारी लाल, दिनेश कुमार, मोहम्मद उमर का कहना है कि जिम्मेदार अफसर कागज में धान खरीद का दावा तो कर रहे हैं, लेकिन हकीकत की जांच करने की फुर्सत नहीं है। ऐसे में अपनी उपज बिचौलिए को बेचने को मजबूर हैं।
ललिया क्रय केंद्र पर एक किसान से 107 क्विटल धान खरीदा गया है। मंशाराम वर्मा का कहना है कि फसल बेचने के बाद कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है। रामसागर वर्मा, साहेब दास, राधेश्याम का कहना है कि दूसरी फसल की बोआई के लिए आढ़तियों को धान बेचना मजबूरी है।
शिवपुरा क्रय केंद्र पर एक किसान से 62 क्विटल धान खरीदा गया है। महमूद, मथुरा प्रसाद ने बताया कि केंद्र प्रभारी राजकपूर ने 35 प्रतिशत हाइब्रिड धान खरीदने की बात कही है।
एसडीएम सदर नागेंद्र नाथ यादव का कहना है कि दस नवंबर से क्रय केंद्रों का संचालन हो रहा है। हीलाहवाली करने वाले केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।