प्रवासियों को रोजगार देने के लिए चला अभियान
लॉकडाउन में घर आए प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन ने अभियान चलाया है। 15 विभागों से समन्वय स्थापित कर मनरेगा के तहत कार्य स्थल तय किए गए हैं। पहले दिन 72400 श्रमिकों के काम करने का दावा किया जा रहा है।
बलरामपुर : लॉकडाउन में घर आए प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन ने अभियान चलाया है। 15 विभागों से समन्वय स्थापित कर मनरेगा के तहत कार्य स्थल तय किए गए हैं। पहले दिन 72,400 श्रमिकों के काम करने का दावा किया जा रहा है। एक दिन में इतने श्रमिक पहली बार एक साथ काम कर रहे हैं। प्रवासियों को अधिक से अधिक रोजगार देने के लिए प्रतिदिन का लक्ष्य तय किया गया है।
जिले में बड़ी संख्या में मुंबई, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत अन्य स्थानों में प्रवासी घर आए हैं। उनको गांव में ही रोकने के लिए जिला प्रशासन ने रोजगार उपलब्ध कराने का अभियान सोमवार से शुरू किया है। पहले दिन 800 ग्राम पंचायतों में से 796 में मनरेगा से कार्य एक साथ शुरू कराया गया। इसमें 72,400 श्रमिकों को रोजगार दिया गया है। तुलसीपुर ब्लॉक के रमवापुर में राजेंद्र के खेत से ईशा के खेत तक चकबंध निर्माण का कार्य शुरू किया गया। यहां 127 श्रमिकों को रोजगार दिया गया। श्रीदत्तगंज के विशंभरपुर में कर्बला तालाब के सुंदरीकरण में 56 श्रमिको को काम मिला। इसी तरह जिले के अन्य गांवों में भी मनरेगा से रोजगार दिया गया। 24 हजार को दिया जॉबकार्ड : जिला अधिकारी कृष्णा करुणेश का कहना है कि प्रवासियों को रोजगार देने का अभियान चलाया गया है। क्योंकि जो भी प्रवासी आए हैं। उनके क्वारंटाइन का समय पूरा हो चुका है। करीब 24 हजार प्रवासियों को जॉब कार्ड दिया गया है। 72 हजार से अधिक श्रमिकों को पहले दिन रोजगार दिया गया है। इसे एक लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य है।