दवा बाहर से तो नहीं लाए हो !
बलरामपुर : मुख्यमंत्री -'बच्चा, पढ़ता है। बच्चा - हूं। मुख्यमंत्री कौन सी क्लास में हो । बच्चा .. पा
बलरामपुर : मुख्यमंत्री -'बच्चा, पढ़ता है। बच्चा - हूं। मुख्यमंत्री कौन सी क्लास में हो । बच्चा .. पांचवीं में। तीमारदार से - क्या हुआ है। डॉक्टर - बच्चा बुखार के कारण बेहोश हो जाता है। दूसरे तीमारदार से- क्या हुआ है। तीमारदार खेत में घास काटते समय सांप ने डस लिया है। मुख्यमंत्री- क्यों इसको सुई लगी है या नहीं। कोई दवा बाहर से तो नहीं लाए हो। तीमारदार- नहीं।
यह दृश्य रविवार को जिला मेमोरियल चिकित्सालय की इमरजेंसी वार्ड का है। जहां निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों का हालचाल लिया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री के निरीक्षण पर आने की सूचना मिलते ही अस्पताल में अफरातफरी मच गई। सफाई कर्मियों ने अस्पताल में झाड़ू लगाना शुरू कर दिया। एक-एक कर अधिकांश चिकित्सक अस्पताल पहुंच गए। सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह ने पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। सीओ सिटी ओपी ¨सह ने गेट पर खड़ी गाड़ियों को हटवाते हुए अंबेडकर तिराहे से अस्पताल तक का आवागमन बंद करा दिया। सीएम ने इमरजेंसी में भर्ती बुखार से पीड़ित चिरैया निवासी नंदलाल (14) पुत्र महेश कुमार व बेलवा सुल्तानजोत से आए दस वर्षीय वीरेंद्र का हालचाल लेते हुए उनको दी गई दवा की जानकारी ली। कमर दर्द से पीड़ित 82 वर्षीय सादिक हुसैन से भी बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री को देखने के लिए अस्पताल के बाहर भीड़ लगी रही। जिसे पुलिसकर्मियों ने नियंत्रित किया।
खबर का दिखा असर
दैनिक जागरण ने रविवार के अंक में यहां नहीं लगती टिटनेस की सुई! शीर्षक की खबर प्रकाशित हुई थी। जिसे मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया। नतीजा यह रहा कि समीक्षा बैठक खत्म कर सीधे शक्तिपीठ देवीपाटन जाने के बजाय मुख्यमंत्री मेमोरियल अस्पताल का जायजा लेने पहुंच गए। सीएम के निरीक्षण से अधिकारी सहमे नजर आए। साथ ही आमजन में अब बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उम्मीद जग गई है।