स्टेशन चार और दो घंटे इंतजार !
जासं, बलरामपुर : गोंडा से नकहा जंगल तक जाने वाली डेमू को इलाज की दरकार है। तकनीकी खर
जासं, बलरामपुर : गोंडा से नकहा जंगल तक जाने वाली डेमू को इलाज की दरकार है। तकनीकी खराबी के चलते आए दिन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बलरामपुर के झारखंडी स्टेशन तक पहुंचने में ट्रेन को दो घंटे से अधिक का समय लग जाता है। जिससे दैनिक यात्री अपने समय से कार्यालयों में नहीं पहुंच पाते हैं। बावजूद इसके रेल अधिकारी गंभीर नहीं है।
गोंडा से बलरामपुर तक सड़क मार्ग की दूरी करीब 42 किलोमीटर है। जो पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। गोंडा जंक्शन पर ट्रैक की मरम्मत चल रही है। जिससे डेमू का संचालन सुभागपुर स्टेशन से किया जा रहा है। दैनिक यात्रियों को ट्रेनों से आवागमन सुविधाजनक होता है। कम समय में ट्रेन बलरामपुर का सफर तय कर लेती है। जिससे यात्री अपने कार्यालय में समय से उपस्थिति दर्ज करा लेते हैं। दैनिक यात्री संगीता श्रीवास्तव का कहना है कि डेमू का सुभागपुर स्टेशन से 8 बजकर 36 मिनट पर छूटने का समय है जो 9 बजकर 30 मिनट पर झारखंडी स्टेशन पर पहुंच जाती है। आए दिन ट्रेन में तकनीकी खराबी रहती है। जिससे ट्रेन रेंगते हुए चलाई जाती है। राजकुमार यादव का कहना है कि गोंडा से बलरामपुर तक सड़क मार्ग से चलने में हादसे की आशंका रहती है। इससे वह लोग ट्रेन से आवागमन करना पसंद करते हैं। गोंडा से बलरामपुर के लिए सुबह एक ही ट्रेन का संचालन किया जाता है। जो आए दिन बीमार रहती है। डेमू ट्रेन सुभागपुर से नकहा जंगल तक जुगाड़ के सहारे चलाई जा रही है। राहुल ¨सह का कहना है कि सोमवार को डेमू में खराबी आ गई। जिससे यात्रियों को चार स्टेशन पहुंचने में दो घंटे इंतजार करना पड़ा है। बीच रास्ते में पड़ने वाले स्टेशनों पर चालक उसकी मरम्मत करते रहे। किसी तरह रेंगते हुए ट्रेन झारखंडी पहुंच सकी। चालकों ने गोंडा स्टेशन अधीक्षक को ट्रेन में आई तकनीकी के बारे में बताना भी मुनासिब नहीं समझा। जन संपर्क अधिकारी आलोक श्रीवास्तव का कहना है कि समस्या दूर की जाएगी। स्टेशन अधीक्षक से जानकारी ली जा रही है। यात्रियों को असुविधा नहीं होने दी जाएगी।