अंडरपास में भरा पानी, रेलवे ट्रैक पार करने में परेशानी
इसके अलावा ओड़ाझार कलां व सिकटिहवा के ग्रामीणों को उस पार खेत में जाने में भी काफी समस्या आ रही है। काफी ऊंचे रेलवे ट्रैक को पार कर वाहन ले जाना असंभव है। अंडरपास को अधूरा बना कर छोड़ दिया गया है इसके अलावा अंडर पास भेज काफी जलभराव भी है। जिसमें घुसकर ग्रामीणों को आवागमन करने की मजबूरी बनी हुई है। ग्रामीण बाइक को रेलवे ट्रैक पर स्टंट करके किसी तरह उस पार ले जाता है। ग्रामीण राम कुमार बताते हैं कि अंडर पास से बेहतर समपार ही था कम से कम ट्रेन को देखकर आसानी से रास्ता तो पार कर लेते थे। यहां तो नीचे पानी भरा हुआ है जो हर बरसात में यह दिक्कत आने की संभावना है। समपार हटने से बरसात के महीने में लोगों को आवागमन में काफी समस्या हो रही है।
बलरामपुर : मानवरहित रेलवे समपार पर रेलवे विभाग की अंडरपास योजना अधूरी है। जिससे ओड़ाझार खुर्द व बंदरीजोत के ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा ओड़ाझार कलां व सिकटिहवा के ग्रामीणों को उस पार खेत में जाने में भी काफी समस्या आ रही है। काफी ऊंचे रेलवे ट्रैक को पार कर वाहन ले जाना असंभव है। अंडरपास को अधूरा छोड़ दिया गया है। इसके अलावा अंडरपास में जलभराव है। जिसमें घुसकर ग्रामीणों को आवागमन करने की मजबूरी बनी हुई है। ग्रामीण बाइक को रेलवे ट्रैक पर स्टंट करके किसी तरह उस पार ले जाते है। राम कुमार का कहना है कि अंडरपास से बेहतर समपार ही था। कम से कम ट्रेन को देखकर आसानी से रास्ता तो पार कर लेते थे। यहां तो नीचे पानी भरा हुआ है। समपार हटने से बरसात के महीने में लोगों को आवागमन में काफी समस्या हो रही है। मनोज कुमार ने बताया कि उसे उस पार अपने खेत में ट्रैक्टर लेकर जाने में काफी समस्या होती है। किसी तरह पानी में घुसकर वह अपने ट्रैक्टर को ले जाता है। बंदरीजोत व ओड़ाझार खुर्द के लिए यही एकमात्र रास्ता है। यहां की करीब तीन हजार की आबादी का मुख्य रास्ता है। स्टेशन अधीक्षक घनश्याम ने बताया कि यह काम रेलवे के निर्माण विभाग का है। इसके बारे में वह कुछ नहीं जानते हैं।