ब्रॉडबैंड की है दुश्वारी, कैसे होगी ऑनलाइन पहरेदारी
-कैंपस जागरण सब हेड परीक्षा केंद्रों पर नहीं है ओएफसी डीवीआर की सुरक्षा पर भी सवाल संवादसूत्र बलरामपुर जिले के 53 केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे के सहारे नकलिवहीन परीक्षा कराने का दम अफसर भर रहे हैं लेकिन यहां की बदहाल ब्रॉडबैंड सेवाएं किसी से छुपी नहीं हैं। कंट्रोल रूम के जरिए सभी केंद्रों की ऑनलाइन वेबकास्टिग होनी है। जबकि 1
श्लोक मिश्र, बलरामपुर :जिले के 53 केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे के सहारे नकलिवहीन परीक्षा कराने का दम अफसर भर रहे हैं, लेकिन यहां की बदहाल ब्रॉडबैंड सेवाएं किसी से छुपी नहीं हैं। कंट्रोल रूम के जरिए सभी केंद्रों की ऑनलाइन वेबकास्टिग होनी है। जबकि 18 फरवरी को सभी केंद्रों पर सीसीटीवी नेटवर्किंग एक साथ सक्रिय होने पर इसका असर इंटरनेट की स्पीड पर पड़ना तय है। खास बात यह है कि महज 20 एमबीपीएस स्पीड के सहारे कंट्रोल रूम से निगरानी का दावा किया जा रहा है। जबकि अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर ब्रॉडबैंड सेवा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में सभी केंद्रों की एक साथ निगरानी में समस्या हो सकती है। डीवीआर की सुरक्षा पर भी सवाल :
-परीक्षा केंद्रों पर सीसी कैमरे के चलचित्र डीवीआर में सुरक्षित होने हैं। केंद्रों के डीवीआर के लिए कंट्रोल रूम को आइडी व पासवर्ड का सहारा लेना होगा। वजह, किसी भी केंद्र के डीवीआर का आइपी एड्रेस नहीं है। ऐसे में पासवर्ड हैक होने पर डीवीआर की असुरक्षा से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हालांकि अफसर डीवीआर सुरक्षित होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन कहीं न कहीं यह आशंकाओं के घेरे में है। बदहाल है बीएसएनएल ब्रॉडबैंड :
-जिले में बीएसएनएल की ब्रॉडबैंड सेवाएं पूरी तरह बदहाल हैं। आए दिन ऑप्टिकल फाइबर केबल कटने व अन्य समस्याओं से ब्रॉडबैंड सेवा ध्वस्त हो जाती है। ऐसे में परीक्षा के दौरान यदि बीएसएनएल ने धोखा दिया, तो परीक्षा केंद्रों की निगरानी प्रभावित हो सकती है। केंद्रों पर नहीं है ओएफसी :
-जिले के परीक्षा केंद्रों पर ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) नहीं है। खासकर सीमावर्ती ब्लॉक पचपेड़वा व गैंसड़ी में नेटवर्क की समस्या अधिक है। कई केंद्रों पर निजी कंपिनयों के ब्रॉडबैंड व मॉडम की व्यवस्था की बात कही जा रही है। ऐसे में सभी केंद्रों पर एक साथ सीसीटीवी कैमरे सक्रिय होने पर कंट्रोल रूम में चलचित्र का प्रसारण बाधित होना तय है। ऑनलाइन होगी निगरानी :
-डीआइओएस महेंद्र कुमार कनौजिया का कहना है कि ब्रॉडबैंड की समस्या तो है, लेकिन कंट्रोल रूम में अलग-अलग सभी केंद्रों का चलचित्र आसानी से देखा जा सकेगा। एक साथ सभी केंद्रों की वीडियो देखने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। इसके लिए सभी केंद्र व्यवस्थापकों को तीव्र गति का ब्रॉडबैंड लगाने का निर्देश दिया गया है।