लटकते बिजली तार से हो रही दुर्घटनाएं, बजट के इंतजार में अफसर
स्कूल मकान व खेतों के ऊपर से निकली लाइन - पीड़ितों को नहीं मिलती क्षतिपूर्ति संवादसूत्र तु
स्कूल, मकान व खेतों के ऊपर से निकली लाइन
- पीड़ितों को नहीं मिलती क्षतिपूर्ति
संवादसूत्र, तुलसीपुर (बलरामपुर) :
विद्युत विभाग की लापरवाही आमजन की परेशानियों को बढ़ा रही है। खेत, विद्यालय व मकानों के ऊपर से निकले तार ढीले हो गए हैं जो दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। बिजली विभाग पीड़ितों को क्षतिपूर्ति देने का भरोसा दिला कर शांत बैठ जाती है। जमीन तक लटकते तारों को बदलवाने व सही कराने के लिए लोगों ने कई बार प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
केस एक : 15 मार्च को ग्राम कल्याणपुर में हाईटेंशन तार टूटकर गिरने से एक एकड़ में लगी गन्ने की फसल जलकर खाक हो गई। इसमें खेत में काम करते समय एक महिला भी झुलस गई। उसका उपचार स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। बिजली विभाग के अधिकारियों ने क्षतिपूर्ति दिलाने का आश्वासन दिया है। केश दो : 16 फरवरी को पुरवा मोहल्ला निवासी बबलू शाह का बेटा छोटू झूलते बिजली तार की चपेट में आ गया। करेंट लगने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। परिवारीजनों ने थाना पर तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग की। विभाग ने क्षतिपूर्ति देने का वादा तो किया, लेकिन अब तक कोई सहायता राशि पीड़ित परिजनों को नहीं मिल सकी।
केश तीन : ग्राम लालनगर सिपहिया प्राथमिक विद्यालय परिसर के ऊपर से हाईटेंशन तार निकला है। बरसात के दिनों में कई बार बच्चों को करंट के झटके भी लग चुके हैं। गनीमत है कि कोई हताहत नहीं हुआ। यहां के शिक्षकों ने कई बार विभाग को पत्र लिखा, लेकिन बिजली के तारों को हटाया नहीं गया।
बजट के अभाव में कार्य लंबित :
अवर अभियंता संतोष कुमार मौर्य का कहना है कि मकान, खेत व स्कूल भवनों के ऊपर से निकले तारों को हटाने का कार्य बजट के अभाव लटका है। जांच के बाद ही पीड़ितों को क्षतिपूर्ति मिलती है।