उल्टी-दस्त से एक बच्ची की मौत, नहीं थम रही लापरवाही
पहले भी दो गांवों में हो चुकी है चार मौतें समय से सूचना न मिलने से फैल रही बीमारी।
-पहले भी दो गांवों में हो चुकी है चार मौतें, समय से सूचना न मिलने से फैल रही बीमारी।
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जागरण टीम, बलरामपुर :
महाराजगंज तराई क्षेत्र के कोहड़ौरा गांव में दो दिन पहले हुई दो मौतों के बाद शुक्रवार को रूपनगर में एक बच्ची की उल्टी-दस्त से मौत हो गई। गांव में सात लोग बीमार हैं। बच्ची की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर जांच कर पीड़ितों को दवाएं दी।
विकासखंड तुलसीपुर के ग्राम रूपनगर निवासी मालिकराम की पुत्री रोहिनी को अचानक उल्टी दस्त होने लगी। परिवार वाले अस्पताल ले जाने के बजाय माली से उसका झाड़-फूंक कराने लगे। इसी बीच बच्ची की मौत हो गई। गांव में गुरुदेव, मीरा, जिलेदार, ननके, बालकराम, रामनरायन, मनोज समेत अन्य लोग सर्दी,खांसी व बुखार से पीड़ित हैं। इन्हें दवाएं दी गई हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डा. रत्नसेन वर्मा ने बताया कि गांव में गंदगी व लोगों को शुद्ध पेयजल न मिल पाने के कारण बीमारी फैली है। बच्ची की मौत उल्टी दस्त के कारण हुई है। सभी को पानी उबालकर पीने, सफाई पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है। ग्रामीणों को दवाएं भी बांटी गई हैं।
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कोहड़ौरा व रमगढ़ मैटहवा में भी हो चुकी है दो-दो मौतें
दो दिन पहले बुधवार को इसी क्षेत्र के कोहड़ौरा गांव में संक्रामक बीमारी से दो बच्चों की मौत हो गई थी। गुरुवार को भी यहां तीन मरीज गंभीर मिले थे। इन्हें सीएचसी भेजा गया था। इसके पहले भी रामगढ़ मैटहवा में दो बच्चों की मौत हो चुकी है। सीएमओ ने इस गांव में खुद पहुंचकर दो मरीजों को भर्ती कराया था। एक ही क्षेत्र में पांच मौतें लापरवाही उजागर कर रही है। गांव में बीमारी फैलते ही आशा व एएनएम को बताना था, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। मौतें शुरू होने के बाद ही स्वास्थ्य टीम गांवों में पहुंच रही है जो स्थिति को भयावह बना रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुशील कुमार ने बताया कि गांव में बीमारी की सूचना समय से न मिल पाने के लिए आशा के साथ एएनएम की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी।