यूपी डैश बोर्ड की रिपोर्ट में 15वें स्थान पर जिला
बलरामपुर यूपी डैश बोर्ड से अक्टूबर में दी गई स्वास्थ्य सेवाओं को रैंकिग में जिला 15वें स्थ
बलरामपुर:
यूपी डैश बोर्ड से अक्टूबर में दी गई स्वास्थ्य सेवाओं को रैंकिग में जिला 15वें स्थान पर रहा। जबकि सितंबर के महीने में 34वें स्थान पर था। वहीं गर्भवती की एचआइवी जांच में जिला पहले स्थान रहा साथ ही उनकी देखभाल में भी प्रगति हासिल की है। सितंबर में 11वी रैंक थी, लेकिन अक्टूबर में चौथा स्थान रहा। पूर्ण टीकाकरण में 25वें स्थान से 12वें व टीबी मरीजों के चिह्नांकन में जिला 45वें से 15वें स्थान पर पहुंच गया। आशा भुगतान बेहतर रहा। यहां 45वें से 16वें स्थान पर जिला पहुंच गया।
जिला मुख्यालय के अस्पतालों ने आपरेशन से प्रसव की स्थिति सुधारी है। यहां जिला 39वें रैंक से 38वें पर पहुंचा, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों ने स्थिति खराब कर 35वें से 37वें स्थान पर पहुंचा दिया। नसबंदी की स्थिति खराब रही। जिला 61वें से 67वें स्थान पर पहुंच गया। सबसे खराब स्थिति संस्थागत प्रसव की है। जो कि 73वें रैंक पर है। नवजातों की देखभाल में भी हम पिछड़ कर पांचवें स्थान पर पहुंच गए।
14 बिदुओं पर हुई स्वास्थ्य सेवाओं की पड़ताल: उप्र हेल्थ डैश बोर्ड सभी 75 जिलों की रिपोर्ट जारी करता है। यह रिपोर्ट हर माह गर्भवती की होने वाली सभी महत्वपूर्ण जांच, प्रसव, बालिकाओं व बालकों की जन्म दर, घर पर देखभाल, बच्चों व गर्भवती के पूर्ण टीकाकरण, एड्स मरीजों की स्क्रीनिग, आशा की मौजूदगी व उनको मिलने वाले भुगतान समेत 14 प्रमुख सुविधाओं पर तैयार होती है। प्रदर्शन के आधार पर रैंकिग दी जाती है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शिवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि गर्भवती की देखभाल, टीकाकरण में सुधार हुआ है।
जिम्मेदार के बोल: मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुशील कुमार ने बताया कि अक्टूबर की स्वास्थ्य सेवाओं की रैंकिग में जिला 15वें स्थान पर रहा। यह सुखद है। जिन बिदुओं में हम पीछे हैं, उन्हें सुधारने के लिए पूरी टीम के साथ समन्वय स्थापित कर अभियान चलाया जाएगा।