यात्रा हो या रोजगार, डाकघर बना मददगार
कभी चिट्ठी पहुंचाने तक जाना जाने वाला डाक विभाग भी समय के साथ तेजी से बदल
पवन मिश्र, बलरामपुर: कभी चिट्ठी पहुंचाने तक जाना जाने वाला डाक विभाग भी समय के साथ तेजी से बदल रहा है। यह अब आम जन की हर मुश्किल का हल बनकर लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है। यात्रा के लिए रेल टिकट, वाहन, फसल या फिर खुद का बीमा कराना हो, हर जरूरतमंद के लिए डाक विभाग उम्मीद की किरण साबित हो रहा है।
गांव-गांव पहुंच रहे पोस्टमैन बीमा, टिकट और रसोई गैस कनेक्शन, श्रमिक पंजीकरण समेत विभिन्न सेवाएं देकर उनके सुख दुख में भागीदार बनेंगे।
बदलते दौर में चिट्ठियां कम हुई तो डाक विभाग के अस्तित्व पर सवाल खड़ा हो गया था। अपना वजूद बचाने के लिए विभाग बदलते हालात से जूझ रहा है। कोरोना काल में डाक विभाग ने जरूरत के मुताबिक खुद को बदलकर लोगों के लिए मददगार बन गया। लाकडाउन के दौरान बैंक बंद थे। डाकिया ने गांव-गांव लोगों के घर जाकर संदेश, सामान के साथ ही नकदी भी पहुंचाई। यही नहीं लाचार बीमार लोगों की मदद के लिए दवाएं और उनकी जांच रिपोर्ट पहुंचकर उनके सुखदुख में भागीदार बना। तीर्थ यात्रा न जा पाने वाले श्रद्धालुओं को गंगाजल और विभिन्न मंदिरों का प्रसाद भी डाक विभाग पहुंचा रहा है। अब इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से मोबाइल रिचार्ज, डिस टीबी रिचार्ज, व्यक्तिगत बीमा, बिजली और टेलीफोन बिल, फास्ट टैग, आधार कार्ड बनाने और संशोधन करने, रेलवे का टिकट निकालने, श्रमिक पंजीकरण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से लाभान्वित कराने की सुविधाएं भी शुरू कर दी गई है।
पोस्टमैनों को दिया जा रहा प्रशिक्षण: सहायक डाक अधीक्षक किरण सिंह ने बताया कि भविष्य में सभी पोस्टमैनों को ई-डिस्ट्रिक, वाहन बीमा, पासपोर्ट, एनपीएस पंजीकरण, एलआइसी, पैन कार्ड, आइटीआर, हवाई जहाज टिकट और गैस कनेक्शन देने की सुविधाएं भी देने जा रही है। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। जल्द ही कामन सर्विस सेंटर की सभी सेवाएं पोस्टमैन के माध्यम से मिलने लगेंगी।