Move to Jagran APP

पाइपलाइन में नहीं पानी, यात्री सुविधाएं बेमानी

नहीं शुरू हुई पाइपलाइन -बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर सवारी गाड़ी व डेमू समेत एक्सप्रेस पनवेल बांद्रा लोकमान्य तिलक इंटरसिटी हमसफर व सुशासन ट्रेनों का ठहराव होता है। गुरुवार को दिल्ली तक जाने वाली सुशासन एक्सप्रेस यहीं से तैयार होकर जाती है। ट्रेनों की सफाई व पानी भरने के लिए करीब छह माह पूर्व लगाई गई पाइपलाइन अब तक शुरू नहीं हो सकी है। जिससे इस रेलमार्ग पर ट्रेनों की सफाई व पानी भरने के लिए गोंडा एवं गोरखपुर स्टेशन पर खड़ा करना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 10:12 PM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 06:28 AM (IST)
पाइपलाइन में नहीं पानी, यात्री सुविधाएं बेमानी
पाइपलाइन में नहीं पानी, यात्री सुविधाएं बेमानी

बलरामपुर : भगवतीगंज स्थित बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का अभाव है। आमान परिवर्तन के बाद बड़ी लाइन शुरू हुए चार साल बीतने को हैं, लेकिन यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं नसीब नहीं हो सकी। गोरखपुर से गोंडा, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली व मुंबई तक का सफर करने वाले यात्री यहां असुविधाओं के बीच ट्रेन का इंतजार करने को मजबूर हैं। रेलवे प्रबंधन कमियों को दूर करने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठा है।

loksabha election banner

नहीं शुरू हुई पाइपलाइन : बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर सवारी गाड़ी व डेमू समेत एक्सप्रेस पनवेल, बांद्रा, लोकमान्य तिलक, इंटरसिटी, हमसफर व सुशासन ट्रेनों का ठहराव होता है। गुरुवार को दिल्ली तक जाने वाली सुशासन एक्सप्रेस यहीं से तैयार होकर जाती है। ट्रेनों की सफाई व पानी भरने के लिए करीब छह माह पूर्व लगाई गई पाइपलाइन अब तक शुरू नहीं हो सकी है। जिससे इस रेलमार्ग पर ट्रेनों की सफाई व पानी भरने के लिए गोंडा एवं गोरखपुर स्टेशन पर खड़ा करना पड़ता है।

पेयजल व शौचालय की समस्या : बलरामपुर रेलवे स्टेशन से एक हजार से अधिक यात्री यात्रा करते हैं। यात्रियों के लिए बने एकमात्र शौचालय पर अक्सर ताला लटका रहता है। महिला शौचालय में गंदगी का अंबार होने से महिलाएं इसमें जाने से कतराती हैं। स्टेशन पर यात्रियों को शुद्ध पेयजल भी नसीब नहीं है। पेयजल के लिए बनी टोटियों के बेसिन में गंदगी जमा है। जिससे यात्री इसका उपयोग करने से कतराते हैं।

जिम्मेदार के बोल : बलरामपुर स्टेशन अधीक्षक डीएस मीणा का कहना है कि शौचालय में ताला नहीं बंद रहता है। पेयजल के लिए पर्याप्त टोटियां लगी हुई हैं। उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलने पर पाइपलाइन शुरू कर दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.