पीयर एजूकेटर भरेंगे समझदारी का दम ताकि न बहकें कदम
जिले में किशोरों को किशोरावस्था में जागरूकता एवं समझ बढ़ाने के लिए अब गांव-गांव पीयर एजूकेटर बनाए जाएंगे
बलरामपुर : जिले में किशोरों को किशोरावस्था में जागरूकता एवं समझ बढ़ाने के लिए अब गांव-गांव पीयर एजूकेटर(साथिया) बनाए जाएंगे। जो किशोर-किशोरियों से दोस्ती कर उनमें समझदारी का दम भरेंगे। यही नहीं, पीयर एजूकेटर किशोर-किशोरियों को उनके बेहतर पोषण, यौन एवं प्रजनन, नशा मुक्ति, गैर संचारी रोगों के बारे में भी जानकारी देंगे। दोस्ती कर पढ़ाएंगे जागरूकता का पाठ
विभिन्न समस्याओं से ग्रसित किशोर व किशोरियों की पहुंच जिला एवं ब्लॉक स्तर पर आसानी से नहीं हो पाती है। जिससे वह जरूरी सेवा एवं सलाह से वंचित रह जाते हैं। पियर एजूकेटर के माध्यम से किशोर-किशोरियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाएगा। जिसमें खून की जांच से लेकर कुपोषण का परीक्षण भी शामिल होगा। इसके अलावा किशोरियों को मुफ्त में सैनिटरी पैड भी उपलब्ध कराया जाएगा। एएनएम व आशा करेंगी पीयर एजूकेटर का चयन
जिले में 1890 आशा बहुएं तैनात हैं। इन सभी को एएनएम से मिलकर अपने-अपने क्षेत्र में चार-चार पीयर एजूकेटर चयनित करना होगा। इनमें दो किशोर व दो किशोरियां का चयन किया जाना है। चयनित किशोरों को समूह बनाने का लक्ष्य दिया जाएगा। दिया गया प्रशिक्षण
सीएमओ कार्यालय स्थित सभागार में पांच दिवसीय पीयर एजूकेटर प्रशिक्षण दिया गया। एएनएम को बताया गया कि पीयर एजुकेटर कार्यक्रम का उद्देश्य बचपन से जवानी की दहलीज पर कदम रखते किशोरों को बहकने से बचाना है। उन्होंने कहा कि हर पीयर एजुकेटर को अपने हम उम्र साथियों का अच्छा दोस्त बनने की क्षमता होनी चाहिए, इसका ख्याल रखा जाए।