आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैयार करेंगी प्राइमरी की नर्सरी
चार दिवसीयीय ईसीसीई प्रशिक्षण का हुआ समापन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जाना टीएलएम बनाना
बलरामपुर : ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रथम चरण का प्रशिक्षण गुरुवार को समाप्त हुआ। चार दिवसीय प्रशिक्षण में प्री-प्राइमरी कक्षाओं के महत्व व संचालन के गुर सिखाए गए। अर्ली चाइल्ड केयर एजूकेशन (ईसीसीई) के तहत टीएलएम बनाने की भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के उपरांत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सिखाई गई जानकारी को प्री-प्राइमरी कक्षाओं में अमल में लाएंगे।
नगर संसाधन केंद्र में प्रशिक्षक अरुण कुमार मिश्र ने शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक, भावनात्मक व रचनात्मक विकास के बारे में बताया। खंड शिक्षा अधिकारी मनीराम वर्मा ने कहाकि अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी बढ़ गई है, क्योंकि उन्हें प्राइमरी की नर्सरी तैयार करनी है। नौनिहालों की बुनियादी शिक्षा मजबूत हो, इसके लिए प्री-प्राइमरी का संचालन शुरू किया जा रहा है। इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी से करें। प्रशिक्षण में सिखाए गए बिंदुओं को अमल में लाएं।
प्रशिक्षक इंदू सिंह, ज्ञानमती मिश्रा व नीलम ने खेल-खेल के माध्यम से नौनिहालों को ककहरा सिखाने की गतिविधियां कराईं। उधर ब्लॉक संसाधन केंद्र गैंसड़ी में खंड शिक्षा अधिकारी हृदय शंकर लाल श्रीवास्तव की अध्यक्षता में दो समूहों में आयोजित ईसीसीई क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण का समापन हुआ। बीईओ ने ईसीसी का महत्व, बच्चे सीखते कैसे हैं, खेल आधारित गतिविधियां, वार्तालाप में खुले प्रश्न एवं बंद प्रश्न पर विस्तार से चर्चा की।
सीडीपीओ गरिमा श्रीवास्तव ने आंगनबाड़ी केंद्र में ईसीसीई दैनिक दिनचर्या के बारे में चर्चा करते हुए केंद्र की सजावट व बच्चों को बैठने की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षक सुनील कुमार त्रिपाठी, अंजू गोस्वामी, अनीता श्रीवास्तव, गीता आर्या, संतोष कुमार यादव, राहुल श्रीवास्तव, अजीम, अमरनाथ मौजूद रहे।