650 प्रवासी हुए आयुष्मान, 266 की नहीं हुई पहचान
राशनकार्ड व आधार के अभाव में फंसा गोल्डन कार्ड परदेस लौटे श्रमिकों को ढूंढ़ रहा विभाग
बलरामपुर : कोरोना काल में घर आए आयुष्मान योजना में चयनित 916 में से 650 प्रवासियों को गोल्डन कार्ड दे दिया गया है। जो अब पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क इलाज चयनित अस्पतालों में करा सकेंगे। उधर आयुष्मान योजना में चयनित 266 प्रवासी आयुष्मान मित्रों को ढूंढ़े नहीं मिल रहे हैं। आशा व आयुष्मान मित्र इनकी तलाश में जुटे हैं। कई लाभार्थियों के बावत बताया जा रहा है कि रोजी रोटी की तलाश में वह फिर शहरों की तरफ चले गए हैं। तमाम लोग ऐसे भी है जिनका नाम तो है, लेकिन उनका राशन कार्ड या आधार नहीं बना है जिसके चलते गोल्डेन कार्ड नहीं बन पाया है। हालांकि गोल्डन कार्ड बनाने के लिए आयुष्मान मित्र लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
सीएचसी वार चिह्नित प्रवासी श्रमिक :
-नंदनगर 246
-तुलसीपुर 158
-शिवपुरा 133
-पचपेड़वा 100
-उतरौला 109
-गैंड़ासबुजुर्ग 63
-रेहराबाजार 60
-गैंसड़ी 26
-श्रीदत्तगंज 21
इन अस्पतालों में बन रहा गोल्डन कार्ड :
गोल्डन कार्ड बनवाने एवं आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत निश्शुल्क इलाज का लाभ लेने की सुविधा जिले में जिला मेमोरियल अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, संयुक्त जिला अस्पताल व ब्लॉक वार सामुदायिक केंद्रों पर उपलब्ध है। इनके अलावा एजी हाशमी हॉस्पिटल, अलीगढ़ आई सेंटर, बलरामपुर नर्सिंग होम, दीप नेत्रालय, गीता नर्सिंग होम, खलीलुल्ला हॉस्पिटल, ओम श्री साईं हॉस्पिटल व पन्नालाल सरावगी लायंत्र नेत्र चिकित्सालय सहित आठ अस्पतालों में भी लाभार्थियों का निश्शुल्क गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा । जिम्मेदार के बोल :-आयुष्मान भारत के जिला सूचना प्रबंधक विदेह पांडेय ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में जिले में आने वाले प्रवासियों में 916 ऐसे लोग थे जो आयुष्मान योजना से आच्छादित थे, इनमें 650 लोगों को गोल्डेन कार्ड दे दिया गया है। शेष प्रवासियों का आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इनके मोबाइल नंबर पर आयुष्मान भारत योजना के पंजीकृत अस्पतालों में नियुक्त आरोग्य मित्र के माध्यम से कॉल कराई जा रही है, जिससे लाभार्थी सपरिवार नजदीक के अस्पताल व जिला महिला एवं संयुक्त अस्पताल आकर कार्ड बनवा लें।