6.48 लाख रुपये के लिए पौधे, तीन साल से बिल बकाया
पौधारोपण के लिए उद्यान विभाग के तिलकपुर नर्सरी से लाखों रुपये के पौधे ब्लॉकों को पहुंचा दिए गए लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी उद्यान विभाग को पैसे का भुगतान नहीं किया गया। एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भी खंड विकास अधिकारियों ने भुगतान करने में रुचि नहीं दिखाई।
रमन मिश्र, बलरामपुर :
पौधारोपण के लिए उद्यान विभाग के तिलकपुर नर्सरी से लाखों रुपये के पौधे ब्लॉकों को पहुंचा दिए गए, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी उद्यान विभाग को पैसे का भुगतान नहीं किया गया। एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भी खंड विकास अधिकारियों ने भुगतान करने में रुचि नहीं दिखाई। थक हारकर उद्यान विभाग के अधिकारी ने अब मुख्य विकास अधिकारी से भुगतान दिलाने की गोहार लगाई है। जिससे नर्सरी की माली हालत में सुधार किया जा सके।
तीन वर्ष पूर्व दिए गए थे पौधे : गैंडास बुजुर्ग ब्लॉक क्षेत्र के गजपुरग्रिट, भरतपुर, ऐलरा, पकड़ीभुवार को 100-100, पचपेड़वा ब्लॉक क्षेत्र के रमवापुर को 740, भगवानपुर शिवपुर को 740 , औरहवा को एक हजार, रेहराबाजार ब्लॉक क्षेत्र के जुवारा, अहिरौली, भगवानपुर, बिजयपुर, घोघरा, गोकुला बुजुर्ग, मधईपुरकुवर, विशुनपुर खरहना को 200-200 पौधे दिए गए। कतरएवजपुर, ग्वालियरग्रंट, इटवा, अधीनपुर, सोमरहा, अचलपुर रूपनगर, बढया खरीद, गूमाफात्माजो, परशुरामपुर, गोल्हीपुर, हसनुपर,कोट दादरगाह, अलाउद्दीनपुर, किशनुपर सागर, कंपरपुर, मुबारकपुर, सहजौरा, पिपराग्रिट, कुरथुवा, फिरोजपुर, मद्दौभीख, रानीपुर, अचलपुर चौधरी, विशंभरपुर, पतकरपुर, मानीगढ़, इटई अब्दुल्ला, दतलूपुर, नथईपुर, सितलूपुर, जखौली में पौधे दिए गए। तुलसीपुर ब्लॉक क्षेत्र के लोहेपनिया, हरैया ब्लॉक के बेलभरिया प्रथम, द्वितीय व तृतीय, गैंसड़ी ब्लाक क्षेत्र के रतनपुर प्रथम व रतनपुर द्वितीय को पौधे दिए गए।
नहीं हुआ भुगतान : वर्ष 2017-18 व 2018 व 2019 में उद्यान विभाग ने 24241 पौधे ब्लॉक क्षेत्रों में दिए गए थे। 6,48,427 रुपये का भुगतान उद्यान विभाग को मिलना था। तीन वर्ष से भुगतान पाने के लिए लिखापढ़ी की जा रही है, लेकिन ब्लॉक अधिकारी भुगतान करने से आना कानी कर रहे हैं।
बोले जिम्मेदार : जिला उद्यान अधिकारी लाल बहादुर मौर्य का कहना है कि राजकीय पौधशाला तिलकपुर से 24241 पौधे ब्लॉक कर्मियों ने खरीदे थे। जिसका भुगतान नहीं किया गया। खंड विकास अधिकारियों से भुगतान कराने के लिए कहा गया, लेकिन वह आनाकानी कर रहे हैं। उन्होंने सीडीओ को भुगतान कराने के लिए पत्र लिखा है।