जिले में 187 सड़कों का बुरा हाल, नहीं हो पाईं गड्ढामुक्त
विधानसभा में प्रस्तावित सड़कें -बलरामपुर - 132 किलोमीटर की 49 सड़कें पांच पुल -उतरौला - 135 किमी की 77 सड़कें व दस पुल -तुलसीपुर- 101 किमी की 25 सड़क सात पुल -गैंसड़ी - 32 किमी की 36 सड़कें
अमित श्रीवास्तव, बलरामपुर :
नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में शुमार बलरामपुर के माथे से पिछड़ेपन का कलंक नहीं मिट पा रहा है। गड्ढामुक्त सड़क अभियान का दम भरने वाली सरकार को जिले की बदहाल सड़कों की जरा भी फिक्र नहीं है। सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए प्रस्ताव तो खूब हुए, लेकिन अब तक उन्हें मंजूरी नहीं मिल सकी है। जिससे जिले के लोगों को गड्ढायुक्त सड़कों से निजात नहीं मिल पा रही है। 400 किलोमीटर की 187 सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव शासन की टेबल पर धूल फांक रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से छूटी आबादी को जोड़ने की आकांक्षा पर पानी फिर रहा है। प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता मेघ प्रकाश का कहना है कि माननीयों का प्रस्ताव शासन स्तर पर लंबित है। बजट मिलते ही सड़कों का निर्माण शुरू कराया जाएगा।
15 तक गड्ढामुक्त की चुनौती : योगी सरकार ने 15 नवंबर तक सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी किया है। दस दिन में जिले के खस्ताहाल सड़क तुलसीपुर-गौरा चाराहा, गोंडा रोड पर वीर विनय चौराहा से फुलवरिया चौराहा तक को गड्ढामुक्त करना है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में श्रीदत्तगंज बाजार से गुमड़ी, चवईंबुजुर्ग से इशवापुर, कोल्हुई बिनौहनी से नरायनपुर, हरिहरगंज-ललिया मार्ग प्रमुख है। इन सड़कों को तय समय में गड्ढामुक्त करना चुनौती है।
जिम्मेदार के बोल - जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश का कहना है कि वीर विनय से फुलवरिया चौराहा तक सड़क निर्माण के लिए 20 करोड़ का आवंटन मिला था। सड़क एनएच से राज्य मार्ग में परिवर्तन की प्रक्रिया चलने से निर्माण लंबित है। अधिशासी अभियंता को समय रहते सड़कों को गड्ढामुक्त करने का निर्देश दिया गया है। विधानसभा में प्रस्तावित सड़कें : बलरामपुर - 132 किलोमीटर की 49 सड़कें, पांच पुल
-उतरौला - 135 किमी की 77 सड़कें व दस पुल
-तुलसीपुर- 101 किमी की 25 सड़क, सात पुल,
-गैंसड़ी - 32 किमी की 36 सड़कें