20 अस्पतालों में 1700 गर्भवती की जांच, 163 अतिकुपोषित
महिला अस्पताल में इलाज के साथ खोले गए बैंक खाते
बलरामपुर : 20 अस्पतालों में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान दिवस मनाया गया। आशा ने पहले से ही अपने क्षेत्र की द्वितीय व तृतीय तिमाही की गर्भवती को चिह्नित कर रखा था। उन्हें लेकर वह निकट के अस्पताल पहुंची जहां उन्हें निश्शुल्क जांच व इलाज देते हुए फल व आयरन फोलिक एसिड, कैल्शियम डी थ्री, आयरन सुक्रोज आदि दवाएं वितरित की गई।
जिला महिला अस्पताल में गर्भवती के स्वागत के लिए विशेष पुष्पद्वार बनाया गया था। सर्जन डा.पीके मिश्र, डा.सारिका साहू ने गर्भवती को चिकित्सीय परामर्श देते हुए उन्हें अपना ख्याल रखने की सलाह दी। एएनएम रागिनी व माला यादव, रीता ने उनकी ऊंचाई का माप व वजन लेकर स्वास्थ्य का परीक्षण किया। प्रोटीन व विटामिन की दवाओं के साथ फल बांटे। मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. विनीता राय ने बताया कि 40 गर्भवती का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें 10 अतिकुपोषित मिलीं। आने वाली सभी महिलाओं को योजनाओं का लाभ देने के लिए उनके बैंक खाते भी खोलवाए गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीदत्तगंज में 116 गर्भवती का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें 18 अतिकुपोषित मिलीं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महदेइया में 46 गर्भवती की जांच कर दवाएं दी गईं। इनमें आठ अतिकुपोषित मिलीं। चिकित्सा अधीक्षक डा. विकल्प मिश्र ने बताया कि जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अरुण कुमार व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके शुक्ला ने निरीक्षण किया। इस दौरान डा.मनीष, डा.अनूप, डा.निशांत समेत स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे। गैंसड़ी में डा. निहारिका यादव ने 55 गर्भवती की जांच कर उन्हें चिकित्सीय परामर्श दिए। मातृ स्वास्थ्य जिला परामर्शदाता विनोद त्रिपाठी ने बताया कि 1700 गर्भवती की जांच की गई। इनमें 163 अतिकुपोषित मिलीं हैं। आशा व एएनएम से इनके सेहत की निगरानी कराई जाएगी।