वैक्सीनेशन को 17 निजी अस्पतालों ने नहीं दी जानकारी, लाइसेंस निलंबित
जानकारी छिपा रहे निजी संस्थान अपने कर्मियों की नहीं दे रहे जानकारी
बलरामपुर : कोरोना के खतरे को देखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन गंभीर है। वह स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों की सूची बनाकर उन्हें पहले टीका लगाना चाह रही है, लेकिन इसमें लापरवाही का सिलसिला नहीं थम रहा है। कोविड वैक्सीनेशन की सूची तैयार करने के लिए जिले के सभी निजी अस्पतालों, पंजीकृत चिकित्सकों की क्लीनिकों व अल्ट्रासाउंड सेंटरों, पैथोलॉजी लैब में तैनात चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की सूची मांगी गई थी। इसमें 17 निजी अस्पतालों के संचालकों ने अपने यहां तैनात चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारी नहीं दी।
जिले में कुल 82 संस्थान हैं जिनके यहां तैनात लोगों की सूची मिली है। 192 निजी संस्थान हैं। इसमें से 179 लोगों ने ही अपने यहां तैनात लोगों की जानकारी दी है। सीएमओ डॉ.घनश्याम सिंह ने बताया कि एजी हाशमी हास्पिटल एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर सादुल्लाहनगर, भारत अल्ट्रासाउंड सिटी स्कैन एंड पैथोलॉजी सेंटर उतरौला, कृष्ण मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर बलरामपुर, शारदा क्लीनिक एंड डेंटर केयर बलरामपुर, जब्बार क्लीनिक विशुनापुर, लखनऊ क्लीनिक तुलसीपुर,मलिक हास्पिटल बलरामपुर,मोमिना हास्पिटल बलरामपुर, खली उल्लाह हास्पिटल उतरौला, लखनऊ पॉलीक्लीनिक तुलसीपुर, अलशिफा नर्सिंग होम तुलसीपुर, हाजी स्माइल हास्पिटल सादुल्लाहनगर, अवध नर्सिंग होम तुलसीपुर, गंगा पैथोलॉजी सादुल्लाहनगर, सहारा अल्ट्रासाउंड सेंटर कौवापुर,भारत डायग्नोस्टिक सेंटर कौवापुर,भारत डायग्नोस्टिक सेंटर तुलसीपुर समेत 17 लोग शामिल हैं। बताया कि लाइसेंस निलंबन के साथ ही इन्हें चेतावनी दी गई है कि यदि अस्पताल का संचालन किया तो प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
सड़क पर टेंट लगाने व वाहन पार्क पर होगी कार्रवाई
बलरामपुर : सड़क पर मांगलिक कार्यक्रमों के लिए टेंट लगाने व वाहन पार्क करने को लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। गलियों में टेंट व वाहन खड़ी होने से एंबुलेंस मदद के लिए समय से नहीं पहुंचती है। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि नगर के मुहल्लों की गलियों में सड़क पर ही टेंट लगाकर कार्यक्रम के आयोजन किए जा रहे है। साथ ही लोग घरों के सामने चौपहिया वाहन खड़ी कर रास्ता अवरुद्ध कर देते हैं। ऐसे में एंबुलेंस कोविड-19 संक्रमित के घर तक समय से नहीं पहुंच पाती हैं। संक्रमितों को अस्पताल पहुंचाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़क पर टेंट व गाड़ी खड़ी करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।