14 करोड़ खर्च, मंडी समिति की दुकानों से व्यापारियों ने किया किनारा
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बलरामपुर : मंडी समिति में भवन, चबूतरे व सड़क का निर्माण कार्य अधूरा होने से सब्जी विक्रेताओं ने नीलामी के दिन बोली लगाने से इनकार कर दिया। जिससे दुकानों की नीलामी नहीं हो सकी। मंडी सचिव ने फरवरी में नीलामी प्रक्रिया पूरी किए जाने की बात कही है। भगवतीगंज स्थित कृषि उत्पादन मंडी समिति में 14 करोड़ की लागत से भवन निर्माण की प्रक्रिया दो वर्षों से सुस्त रफ्तार से चल रही है। निर्माण का आलम यह है कि पिछले दो वर्षों में केवल भवनों का ही निर्माण कार्य पूरा हो पाया है। जबकि चबूतरा, शौचालय व दुकानों के सामने सड़क का निर्माण किया जाना है। समिति में कुल 58 दुकानों की नीलामी 22 जनवरी को होनी थी। नीलामी के लिए टेंडर जारी किए गए। दुकानों के आवंटन के लिए 80 सब्जी व फल विक्रेताओं ने फार्म भी खरीदे, लेकिन सब्जी मंडी तक चबूतरा व सड़क का निर्माण कार्य पूरा न होने से किसी भी व्यापारी ने फार्म भर कर जमा नहीं किया। नीलामी के दौरान व्यापारियों के शामिल न होने से नीलामी टाल दी गई। जिससे दुकानों का आवंटन नहीं हो सका। सब्जी विक्रेता संघ अध्यक्ष अब्दुल कादिर का कहना है कि मंडी समिति में बनी नई दुकानें अभी निर्माणाधीन है। सब्जी विक्रेता मुहम्मद अय्यूब का कहना है कि दुकानों के सामने की सड़क पर दो माह पूर्व गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। जिससे सड़क चलने लायक नहीं है। मुहम्मद इरफान का कहना है कि दुकान के सामने सड़क तक वाहनों के न पहुंचने से सब्जियों के लोडिग-अनलोडिग करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। आढ़ती रिजवान व मुहम्मद फारूख का कहना है कि मंडी समिति के दक्षिण गेट से मंडी तक करीब 500 मीटर सड़क पर गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। जिससे आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिम्मेदार के बोल : कृषि मंडी सचिव आशीष कुमार सिंह ने बताया कि व्यापारी भवन आवंटन के लिए फार्म भरकर जमा नहीं किया है। जिससे नीलामी टाल दी गई है। दुकानों के नीलामी फरवरी में की जाएगी।