आत्मदाह की घोषणा के बाद भूमिगत हुआ युवक
उपजिलाधिकारी अशोक चौधरी द्वारा लिखित आश्वासन के बाद भी तय सीमा में एनएच की मरम्मत नहीं होने से खफा आंदोलनकारी युवक दुर्गविजय सिंह झलन ने शुक्रवार को कर्णछपरा जिन्न बाबा स्थान के पास एनएच पर ही आत्मदाह करने की घोषण कर दी है। इस बात पर तहसील प्रशासन ने उक्त युवक को समाझाने के लिए गुरुवार को संपर्क करना चाहा लेकिन युवक का कहीं कोई पता नहीं चल सका। इससे प्रशासन की बेचैनी बढ़ते जा रही है। हलांकि निर्धारित स्थान से प्रशासन उन्हें गिरफ्तार कर सकता है लेकिन अभी के समय में पूरे द्वाबा में यह एनएच प्रकरण विशेष चर्चा में है।
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): उपजिलाधिकारी अशोक चौधरी के लिखित आश्वासन के बाद भी तय सीमा में एनएच की मरम्मत नहीं होने से खफा आंदोलनकारी युवक दुर्गविजय सिंह झलन ने शुक्रवार को कर्णछपरा जिन्न बाबा स्थान के पास एनएच पर ही आत्मदाह करने की घोषणा कर दी है। इसको लेकर तहसील प्रशासन ने उक्त युवक को समाझाने के लिए गुरुवार को संपर्क करना चाहा लेकिन युवक का कहीं कोई पता नहीं चल सका। इससे प्रशासन की बेचैनी बढ़ती जा रही है। हालांकि निर्धारित स्थान से प्रशासन उन्हें गिरफ्तार कर सकता है, लेकिन अभी के समय में पूरे द्वाबा में यह एनएच प्रकरण विशेष चर्चा में है। विगत दो साल से इस एनएच को लेकर तंग आम नागरिक भी इस आंदोलन में अपनी सहभागिता खुल कर निभाने लगे हैं। सभी का कहना है कि इस सड़क पर चलने वाले लोग घायल हो रहे हैं, मर रहे हैं लेकिन कोई सुधि लेने वाला नहीं है। ऐसे में आंदोलन के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा हैं। एनएचएआइ के अधिकारियों से बातचीत के बाद दिया था आश्वासन : एसडीएम
एसडीएम अशोक चौधरी ने बताया कि एनएच जाम होने के कारण यूपी-बिहार का आवागमन ठप हो गया था। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से बातचीत के बाद मैं लिखित आश्वासन दिया था। यहां कानून-व्यवस्था को कायम रखना मेरी प्राथमिकता है। किसी भी हालत में आत्मदाह की घटना नहीं होने दी जाएगी। एनएचएआइ के अधिकारियों की बढ़ गई है मनमानी
विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि दुर्गविजय सिंह झलन की आत्मदाह की घोषणा यद्यपि गैर कानूनी है। उस व्यक्ति के पास अन्य कोई विकल्प नहीं है। वह अपने व्यक्तिगत कार्य के लिए संघर्ष नहीं कर रहा है। एनएचएआइ के अधिकारियों की मनमानी के कारण स्थिति खराब हुई है। ऐसे में कानून का पालन प्रशासन द्वारा कराया जाना आवश्यक है। वहीं सड़क के लिए इस तरह के कार्यों के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि बीच का रास्ता निकालें, सड़क की मरम्मत कार्य शुरू कराकर आत्मदाह की घटना को टाला जाए। इस प्रकरण में एनएचएआइ के अधिकारियों को पहल करनी चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो द्वाबा के लोगों का आक्रोश संभालने लायक नहीं रहेगा। एनएच पर दुर्घटना हो तो संबंधित विभाग पर हो एफआईआर : विनोद सिंह
इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि अगर अब कोई भी दुर्घटना एनएच पर होती है तो संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय के मंशा के अनुरूप थाने में एफआईआर होना चाहिए। वहीं अब तक एनएच की मरम्मत में व्यय किए गए धन की भी जांच होनी चाहिए। विनोद सिंह ने एनएचएआइ के अधिकारियों पर मनमानी व भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए।