बिजली कर्मचारी सड़क पर उतरे, सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
जागरण संवाददाता बलिया निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने मंगलवार को सड़क पर उत
जागरण संवाददाता, बलिया : निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने मंगलवार को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए गए।
विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार दूसरे दिन भी पावर हाउस पर जारी रहा। इस आंदोलन में 650 से अधिक कर्मचारियों एवं संविदा कर्मियों ने सहभागिता सुनिश्चित की। केंद्रीय संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की सरकारी प्रबंधन से लगातार दो बार की वार्ता विफल हो गई। कर्मचारी नेता सहदेव चौबे ने बताया कि अगर सरकार व प्रबंधन हमारी मांगों को नहीं मानती है तो यह आन्दोलन और आगे बढ़ेगा। इसमें कर्मचारी एवं संविदाकर्मी स्वेच्छा से जेल भरो आंदोलन करेंगे।
संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक बीबी सिंह ने कहा कि सरकार अथवा प्रबंधन ने यदि पूर्वांचल के निजीकरण को वापस नहीं लिया तो भविष्य में सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कहा कि जनपद के कतिपय उपकेंद्रों पर कार्यरत विद्युतकर्मियों को जोर जबरदस्ती पकड़कर बलपूर्वक कार्य कराने का दबाव बनाया जा रहा है। यह प्रशासन का गलत तरीका है। जूनियर इंजीनियर संगठन के क्षेत्रिय अध्यक्ष इं. अवधेश कुमार ने कहा कि पूर्वांचल का निजीकरण सरकार वापस लें और जो शर्त निजी घराने को देने पर आमादा है वहीं शर्त हम कर्मचारियों को दें। हम सभी विभाग के लाइन लॉस और घाटा को कम कर देंगे।
इस मौके पर अवधेश कुमार, संतोष कुमार मिश्रा, आरके भारती, आरपी सिंह, रामबाबू राय, गजेंद्र सिंह, बीबी राय, हरिओम गुप्ता, उमेश कुमार, राजकुमार यादव, प्रमोद राय, सत्यम गोंड, दिनेश सिंह, रवि प्रसाद, वीरेंद्र यादव, नगीना राम, उपेंद्र यादव, गोविद स्वरूप, मनोज कुमार, अवध यादव, तहसीलदार यादव, अनिल चौहान, एलबी सरोज आदि मौजूद थे। संचालन रामाशंकर पांडेय ने किया।
---------
कर्मचारियों के साथ उतरे कांग्रेस कार्यकर्ता
जागरण संवाददाता, बलिया : निजीकरण करने के विरोध में विद्युत संघर्ष समिति के तत्वाधान में चल रहे आंदोलन में जिला कांग्रेस ने समर्थन दिया। जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश पांडेय ने अपने साथियों के साथ जाकर पार्टी की तरफ से निजीकरण का विरोध जताया। इसकी जानकारी प्रियंका गांधी को भी दी। जिलाध्यक्ष ने बताया कि उत्तर प्रदेश में निजीकरण का विरोध चल रहा है। विद्युत विभाग के कर्मचारी सरकार के इस निर्णय से काफी नाराज हैं और प्राइवेट होने पर पूंजीपति के हाथों में जाने पर बिजली आमजन एवं किसानों के लिए भी काफी महंगी हो जाएगी। इस मौके पर डब्लू तिवारी, पीएन शुक्ला, सिद्धार्थ राय, जाकिर हुसैन, रवि दीक्षित, अभिषेक कुमार यादव आदि मौजूद थे।