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ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में सुविधाएं नहीं, परेशानी

जागरण संवाददाता बलिया उच्च अधिकारी या स्थानीय जनप्रतिनिधियों के लिए स्वास्थ्य विभाग की दशा को

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 06:45 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 06:45 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में सुविधाएं नहीं, परेशानी
ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में सुविधाएं नहीं, परेशानी

जागरण संवाददाता : बलिया : उच्च अधिकारी या स्थानीय जनप्रतिनिधियों के लिए स्वास्थ्य विभाग की दशा को सुधार कर पाना अब असंभव सा लगने लगा है। तमाम तरह के निर्देशों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था ठीक होने के बजाय और भी बिगड़ती जा रही है।

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ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में विभाग की ओर से सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। सुविधा के अभाव में बहुत से अस्पताल बंद चल रहे हैं। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्र के मरीज बड़ी उम्मीद से जिला मुख्यालय पर जिला महिला अस्पताल या जिला अस्पताल में बेहतर उपचार के लिए पहुंचते हैं। जिला अस्पताल की व्यवस्था कुछ ठीक भी है तो जिला महिला अस्पताल में मरीजों का शोषण रूकने का नाम नहीं ले रहा है। अस्पताल में हर तरह की जांच में खुलेआम वसूली की जा रही है। जांच की सुविधा होने के बाद भी निजी पैथोलॉजी सेंटरों को जांच सौंपा जा रहा है। अस्पताल में इसी को लेकर आए दिन मरीजों और अस्पताल प्रशासन के बीच हर दिन तू-तू, मैं-मैं हो रहा है।

-बाहर ब्लड जांच भेजा तो किया हंगामा

जिला महिला अस्पताल में एक बच्चे की ब्लड जांच के नाम वसूली पर तिमरदार ने हंगामा खड़ा कर दिया। नगर क्षेत्र के रामदहिनपुरम निवासी मनीष पांडेय मंगलवार को अपनी डेढ माह की भांजी का उपचार कराने पहुंचे थे। डा. विजय भास्कर ने बच्ची का चेकअप कर ब्लड जांच को लिखा। वह जब ब्लड जांच के लिए लैब में गए तो उनसे 50 रुपये लिया गया और एक टयूब में खून निकाल कर जगदीशपुर के एक निजी पैथोलॉजी में जाने को बोला गया। इस पर तिमरदार ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसकी शिकायत सीएमएस डा. सुमिता सिन्हा से भी की, लेकिन सीएमएस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। अस्पताल में ऐसे कारनामे रोज हो रहे हैं।

औचक निरीक्षण के बाद भी सुधार नहीं एक तिमारदार की शिकायत पर पिछले दिनों राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किए थे। उस वक्त दर्जनों महिलाओं ने पैथोलॉजी व प्रवास के दौरान वसूली की शिकायत की थी। मंत्री जब पैथोलॉजी वसूली करने वाले कर्मचारी को चिह्नित करने पहुंचे तो वह फरार हो गया। इसके बाद उन्होंने सीएमएस डा. सुमिता सिन्हा को दोषी कर्मचारियों पर तत्काल ठोस कार्रवाई करने को निर्देश दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

नोटिस के पश्चात महानिदेशक को भी लिखी हूं पत्र : सीएमएस

जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डा. सुमिता सिन्हा ने कहा कि पैथोलॉजिस्ट के खिलाफ उच्चाधिकारियों को कार्रवाई के लिए पत्र लिख चुकी हूं। शिकायत मिलने पर उन्हें नोटिस भी दी गई है। 15 दिन पूर्व डीएम व महानिदेशक को भी संबंधित के खिलाफ पत्र लिखा गया था। उस पर हर हाल में कार्रवाई होगी।


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