टीएस बंधे में बना गड्ढा, हो सकता बड़ा हादसा
बांसडीह (बलिया) मनियर से चांदपुर तक टीएस बंधे बड़ा गढ्ढा हो गया है जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। टीएस बंधा कभी घाघरा नदी के तटवर्ती गांव के लोगों बाढ़ से बचाने के चार दशक पूर्व बनाया गया था। लेकिन तटवर्ती अबादी के लिए यह टीएस बंधा अब आवागमन का साधन हो गया है। सिकंदरपुर से चांदपुर दतहां होते हुए श्रीनगर क्षेत्र में बसे लोगों के लिए यह टीएस बंधा आवागमन का मुख्य मार्ग हो गया है लेकिन समुचित मरम्मत व उचित देखभाल के अभाव मे यह बंधा धीरे धीरे कहीं कहीं कटकर पतला भी हो जा रहा है और मुख्य बंधे पर कई जगह बड़े बड़े गढ्ढे हो गए है। जिसमें फंस कर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है जबकि उस बंधे के मरम्मत के लिए प्रतिवर्ष लाखों की धनराशि भी खर्च बाढ़ विभाग करता है।
बांसडीह (बलिया) : मनियर से चांदपुर तक टीएस बंधे बड़ा गढ्ढा हो गया है जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। टीएस बंधा घाघरा नदी के तटवर्ती गांव के लोगों को बाढ़ से बचाने के चार दशक पूर्व बनाया गया था लेकिन तटवर्ती आबादी के लिए यह टीएस बंधा अब आवागमन का साधन हो गया है। सिकंदरपुर से चांदपुर, दतहां होते हुए श्रीनगर क्षेत्र में बसे लोगों के लिए यह टीएस बंधा आवागमन का मुख्य मार्ग हो गया है लेकिन समुचित मरम्मत व उचित देखभाल के अभाव मे यह बंधा धीरे धीरे कहीं- कहीं कटकर पतला भी हो जा रहा है। मुख्य बंधे पर कई जगह बड़े बड़े गढ्ढे हो गए हैं, जिसमें फंसकर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस बंधे की मरम्मत के लिए प्रतिवर्ष लाखों की धनराशि बाढ़ विभाग हासिल करता है कितु यह राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है।