सिर्फ जारी हुए फरमान, घटिया गिट्टी उठी न शुरू हुआ काम
जागरण संवाददाता बलिया एनएच-31 के निर्माण की राह देखते-देखते बलिया के लोग अब तंग आ चुके ह
जागरण संवाददाता, बलिया : एनएच-31 के निर्माण की राह देखते-देखते बलिया के लोग अब तंग आ चुके हैं। गाजीपुर से बलिया के मांझी घाट तक लगभग 129 किलोमीटर के निर्माण कार्य के लिए चार साल में लगभग 50 बार बैरिया के लोगों ने आंदोलन किया। जब-जब आंदोलन हुए कभी एनएचएआइ के अधिकारी तो कभी जनप्रतिनिधि लोगों को शांत करने के लिए झूठा आशवासन दे दिए, लेकिन सड़क की सूरत नहीं बदली। लोगों के हंगामे के बाद पुरानी कंपनी का टेंडर निरस्त कर एनएचएआइ ने 129 किमी की दूरी को तीन भाग में बांटकर नया टेंडर दिया है। इस नए टेंडर को भी लगभग एक माह हो गए, लेकिन कार्य प्रारंभ नहीं हुआ। बैरिया क्षेत्र में कार्य शुरू करने के लिए एक कार्यदायी कंपनी ने घटिया किस्म की गिट्टी गिराया है। उस पर एनएचएआइ के अधिकारियों ने आपत्ति जताते हुए उसे उठाकर अच्छी क्वालिटी की गिट्टी गिराने को कहा है, लेकिन अभी तक न गिट्टी उठा न कहीं काम ही शुरू हुआ। 7.5 मीटर सड़क की चौड़ाई में कार्य होगा। दोनों तरफ एक-एक मीटर पटरी भी बढ़ेगी।
एनएच-31 की मरम्मत के लिए इस तरह बांटा है कार्य
गाजीपुर से फेफना तक 60 किमी का कार्य एसआरएससी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड को करना है। फेफना से चिरैया मोड़ तक 45 किलोमीटर महादेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और चिरैया मोड़ से मांझी घाट के जयप्रभा सेतु तक 16 किलोमीटर जगदंबा इंटरप्राइजेज को टेंडर मिला है। तीनों कंपनियों को एक सप्ताह के अंदर कार्य प्रारंभ करने को कहा गया था, लेकिन लेकिन तीनों की जो गति है उसे देख नहीं लगता कि चुनाव से पहले लोगों को अच्छी सड़क मिल जाएगी। हालांकि तीनों कंपनियां अपना प्लांट स्थापित करने के लिए स्थान का चयन किया है, लेकिन जब तक कार्य प्रारंभ नहीं हो जाता, जनता को किसी की भी बातों पर भरोसा नहीं हो रहा है। तीनों एजेंसियों को जल्द कार्य शुरु करने के लिए निर्देशित किया गया है। बैरिया क्षेत्र में गुणवत्ता के विपरीत गिट्टी गिराई गई है। उसे हटाकर अच्छी क्वालिटी की गिट्टी गिराने को कहा गया है। जून तक निर्माण कार्य पूरा करने को कहा गया है।
- योगेंद्र प्रताप सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचएआइ।