दुर्जनपुर गोलीकांड में मुख्य आरोपित के परिजनों ने शुरू किया अनशन
बैरिया (बलिया) दुर्जनपुर गोलीकांड के मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह की भाभी आशा प्रताप ि
बैरिया (बलिया) : दुर्जनपुर गोलीकांड के मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह की भाभी आशा प्रताप सिंह व अन्य परिजनों ने सोमवार से बेमियादी अनशन शुरू कर दिया। आशा ने आरोप लगाया कि पुलिस जानबझ़कर दूसरे पक्ष के आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। इससे उनकी जानमाल को खतरा है।
विपक्षी सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आशा सिंह अपने दरवाजे पर ही सुबह साढ़े दस बजे से अनशन पर बैठ गईं। उनके साथ दर्जन भर अन्य महिलाएं भी अनशन पर बैठीं। 3 दिन पहले ही अपने घर की महिलाओं के साथ बैरिया तहसील पर जाकर आशा प्रताप सिंह ने एसडीएम बैरिया को ज्ञापन दिया था जिसमें विपक्षी आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर बेमियादी अनशन की चेतावनी दी गई थी।
गौरतलब है कि विगत 15 अक्टूबर को दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान को लेकर खुली बैठक हुई थी। इस दौरान उपजे विवाद में मारपीट व गोली चलने की घटना में जयप्रकाश उर्फ गामा पाल की मौत हो गई थी। मृतक के भाई चंद्रमा पाल की तहरीर पर धीरेंद्र प्रताप सिंह सहित आठ नामजद तथा 20 अज्ञात के खिलाफ हत्या व बलवा आदि का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में सभी आठ आरोपित जेल में है।
उधर धीरेंद्र प्रताप सिंह की भाभी आशा प्रताप सिंह न्यायालय पहुंची। कोर्ट के आदेश पर रेवती थाने में पांच नामजद तथा 30-35 अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास व बलवा आदि का मुकदमा दर्ज हुआ। दूसरे पक्ष के एक भी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है। महिलाओं के साथ अपने दरवाजे पर ही आमरण अनशन पर बैठी आशा प्रताप सिंह ने बताया कि 24 अक्टूबर को मेरा मुकदमा दर्ज करने के बाद हमें आश्वासन मिला था कि 1 सप्ताह में सभी विपक्षी आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। एक माह बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। अब जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती मैं यही आमरण अनशन पर बैठी रहूंगी। आशा सिंह के साथ आराधना सिंह, सरोज सिंह, रूमा सिंह, रेखा सिंह, लीलावती देवी, रेखा सिंह आदि महिलाएं अनशन पर है।