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ठंड में सो गए हुक्मरान, रैन बसेरों में नहीं इंतजाम

तीन लाख से अधिक आबादी वाले शहर में रैन बसेरा के नाम पर बेसहारो

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Dec 2021 06:37 PM (IST)Updated: Wed, 22 Dec 2021 06:37 PM (IST)
ठंड में सो गए हुक्मरान, रैन बसेरों में नहीं इंतजाम
ठंड में सो गए हुक्मरान, रैन बसेरों में नहीं इंतजाम

जागरण संवाददाता, बलिया : तीन लाख से अधिक आबादी वाले शहर में रैन बसेरा के नाम पर बेसहारों को ठगा जा रहा है। ठंड बढ़ने के बाद रैन बसेरा तो बना दिया गया लेकिन सुविधाओं का अभाव है। बावजूद इसके जिम्मेदार सो रहे हैं। जैसे व्यवस्था को ही ठंड लग चुकी है। स्थाई रैन बसेरा में पेयजल नहीं है। शौचालय में पानी नहीं आ रहा है। जेट पंप खराब है, एक सप्ताह से नगर पालिका परिषद को सूचना देने के बाद भी अभी तक नहीं बन सका। ठहरने वालों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। अस्थाई रैन बसेरों में गद्दा तो है लेकिन कंबल या रजाई का पता ही नहीं है। पेयजल इंतजाम भी नहीं है। चारों तरफ लगाया गया परदा भी फटा है। ठंड हवा अंदर प्रवेश कर रही है। ऐसे में रैन बसेरा वर्तमान समय में पूरी तरह से अनुपयोगी है।

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हरिपुर रैन बसेरा

अस्थाई रैन बसेरा में 40 से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था है, इसमें बेड के साथ गद्दा व चादर हैं। यात्रियों के सामान रखने की जगह भी है। पानी की सप्लाई बाधित होने के कारण शौचालय व नहाने के लिए पानी नहीं है। ऐसे में असहाय व यात्री आकर चले जा रहे हैं। रोडवेज बस अड्डा अस्थाई रैन बसेरा

रोडवेज बस अड्डे पर महिला व पुरुष के ठहरने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। इन दोनों में सुविधाओं का अभाव है। हल्की पुआल पर दरी व चादर डाल दिया गया है वहीं गंदा है, कई दिनों से बदला नहीं गया है। दोनों रैन बसेरा के लिए 11 गद्दा जरूर मिले लेकिन ओ़ढ़ने के लिए रजाई व कंबल नहीं था। वहीं पीेने के लिए पानी तक नहीं है। अलाव के लिए लकड़ी रखी गई थी। चौकीदार शमीम ने बताया कि नगर पालिका की तरफ से रजाई या कंबल नहीं दिया गया है। रात को ठहरने वालों को ओढ़ने के लिए गद्दा ही दिया जाता है। चित्तू पांडेय चौराहा रैन बसेरा

ठंड के दिनों में जब रात होती है तो ई-रिक्शा चालक व मजदूर वर्ग के लिए रैन बसेरा में शरण लेते हैं। चित्तू पाण्डेय चौराहे पर बना रैन बसेरा में मात्र एक गद्दा रखा गया है वहीं कंबल व रजाई नहीं होने से उसमें रहने वाले अपनी चादर पर किसी तरह से रात काट लेते हैं। उमेश व राजेश ने बताया कि इसमें व्यवस्था के नाम पर केवल खाना पूर्ति की गई है। इसमें रहने से अच्छा आग तापकर रात बिताना ठीक होता है।

----------- रैन बसेरा की सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। कमियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। स्थाई रैन बसेरा में पानी की समस्या को दूर करने के लिए टैंकर की व्यवस्था की जा रही है। इसकी सूचना डूडा विभाग को दे दी गई है। रैन बसेरा में ठहरने वालों को कोई परेशान न हो, इसका ख्याल रखने के निर्देश दिए गए है। -- दिनेश कुमार विश्वकर्मा, ईओ नगर पालिका परिषद, बलिया


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