शिक्षकों की समस्याओं का शीघ्र हो समाधान
शिक्षकों की विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार उत्तर प्रदेश प्राथमिक शि
जागरण संवाददाता, बलिया : शिक्षकों की विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने बीएसए शिवनारायण सिंह से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने छह सूत्रीय ज्ञापन देकर समस्याओं के निस्तारण की मांग की।
संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने बीएसए से उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों पर पदोन्नति, नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान की कार्रवाई शीघ्रता से करने, जिन अध्यापकों के विरुद्ध कार्यवाही गतिमान है, उनके प्रकरणों का निस्तारण करने और शेष मामलों में जांच आख्या तत्काल देने के लिए संबंधित जांच अधिकारी को निर्देशित करने, पिछले वर्ष के ड्रेस की अवशेष धनराशि शीघ्र भेजने, भीषण ठंड को देखते हुए विद्यालय का समय बदलने आदि की मांग की। बीएसए ने मांगों पर शीघ्रता से कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में अजीत पांडेय, विद्यासागर दुबे, राजेश पांडेय, ज्ञानेंद्र गुप्त, अशोक यादव, सुनील कुमार, तुषारकांत राय, चंदन सिंह, जितेंद्र प्रताप सिंह, सुनील सिंह, वीरेंद्र प्रताप, अनिल पांडेय, जुबैर अहमद, तेजबहादुर पांडेय, अजय सिंह, राधेश्याम सिंह आदि थे। स्कूलों के रास्ते के लिए 20 जनवरी तक मांगा प्रस्ताव
जागरण संवाददाता, बलिया : परिषदीय स्कूलों तक पक्के रास्ते के निर्माण के लिए विभागीय अधिकारियों व प्रधानाध्यापकों से 20 जनवरी तक फोटो सहित प्रस्ताव मांगा है।
बीएसए शिव नारायण सिंह ने सोमवार को पत्र जारी कर कहा कि जिस विद्यालय मे आने-जाने का रास्ता ठीक नहीं है, उनकी लंबाई-चौड़ाई की मापी कराकर प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए। खंड शिक्षा अधिकारी इसकी मानीटरिग करें। उन्होंने विवादित स्थलों का प्रस्ताव प्रस्तुत करने से मना किया है। इसके साथ ही अंग्रेजी व हिदी माध्यम के 15-15 ऐसे विद्यालयों की सूची भी मांगी है जहां छात्र संख्या अधिक हो, विद्यालय बाउंड्रीवाल के अंदर हो और परिसर में रिक्त स्थान हो। ऐसे विद्यालयों में बच्चों के खेलकूद के लिए झूला आदि लगाने की योजना है।
इसी क्रम में ऐसे स्कूलों की भी सूची मांगी गई है जहां पर महान विभूतियों ने अध्ययन किया हो। बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों, जनपद व ब्लाक स्तरीय कायाकल्प टीम व प्रधानाध्यापकों को व्यक्तिगत रुचि लेकर यह कार्य अतिशीघ्र कराने को कहा है।