मुआवजा को काश्तकारों ने रोका ड्रेजिग कार्य
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जागरण संवाददाता, मझौवां (बलिया): कटान से राहत देने के लिए नदी की धारा मोड़ने के क्रम गंगा उस पार चल रहे ड्रेजिग के कार्य को शुक्रवार के दिन शाहपुर के काश्तकारों ने पोकलेन के पहियों को रोक दिया। काश्तकारों द्वारा पोकलेन की पहिया रोकने की सूचना पर पहुंचे बैराज खंड के अधिकारियों ने पुलिस प्रशासन के उपस्थिति में कश्तकार को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी मांग को लेकर अडिग रहे।
उनका कहना था कि बिना हमारे खेत का मुआवजा दिए, सरकार हमारी जमीन को हड़पना चाहती है, यह न्याय संगत नहीं है। किसानों मांग किया सरकार पहले हमारी मांगों को पूरा करें तब हम अपने खेतों से होकर नदी के धारा को मोड़ने देंगे अन्यथा की स्थिति में हम अपनी जान दे देंगे लेकिन नदी की धारा को मोड़ने के लिए हो रहे ड्रेजिग कार्य को नहीं होने देंगे। बोले किसान.जीने का आधार है हमारी जमीन
किसानों का कहना है कि नदी की धारा मोड़ने की करवाई को बाध्य होकर आज रुकना पड़ रहा है। हम लोग जिला प्रशासन से उम्मीद लगाए बैठे थे कि पहले हमारी जमीन को चिह्नित कर मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन बिना मुआवजा दिए सरकारी तंत्र हमें भूमहिन बनाने में जुटा है। यह जमीन हमारे जीने का आधार है। जमीन को गंवा कर हम क्या खाएंगे। ऐसे में जब तक सरकार की ओर से हमें मुआवजा नहीं दिया जाता, हम नदी की धारा को भी मोड़ने नहीं देंगे। विरोध करने वाले
काश्तकारों में प्रमुख रूप से जीतू सिंह, दीनानाथ सिंह, अनिल सिंह, वीरेंद्र मिश्रा, त्रिलोकी चौबे, उदय सिंह आदि सहित सभी काश्तकार शामिल रहे। मामला डीएम से समक्ष रखेंगे : अवर अभियंता
बैराज खंड वाराणसी के अवर अभियंता दिनेश चंद्र भारती ने बताया कि काश्तकारों द्वारा शाहपुर मौजे में मुआवजे की मांग को लेकर पोकलेन को काम करने से रोका गया है। हम लोग काश्तकारों से वार्ता करने के लिए गए लेकिन काश्तकार आपनी मांगों को लेकर अडिग हैं।